कोटा. मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2021 में फिजिक्स के प्रश्न को लेकर विवाद (Controversy over physics question in NEET) खड़ा हो गया है. सुप्रीम कोर्ट तक भी यह मामला पहुंचा. इसके बाद भी स्टूडेंट्स और पेरेंट्स नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के रवैये से संतुष्ट नहीं हैं. ऐसे में उन्होंने कोटा में आंदोलन का आगाज कर दिया है. इसी क्रम में सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स और पैरेंट्स रैली निकालते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के कैंप ऑफिस (NEET UG aspirants agitation in Kota) के बाहर पहुंचे. स्टूडेंट्स का कहना है कि हिंदी भाषी होने के चलते उनके साथ यह अन्याय हुआ है.
गौरतलब है कि इस परीक्षा में करीब 2 लाख हिंदी भाषी परीक्षार्थी शामिल हुए थे. जिनमें से करीब 5000 से ज्यादा ने इस प्रश्न को किया है. जिनका उत्तर सही था, लेकिन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) की उत्तर तालिका में ही उनके उत्तर को गलत ठहरा दिया गया है. ऐसे में उन्हें 4 अंक मिलने की जगह 1 अंक कट गया है. ऐसे में 5 अंकों का नुकसान सभी विद्यार्थियों को हुआ है. इनकी मांग है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) अपनी उत्तर तालिका को दुरुस्त करें और दुबारा से रिजल्ट जारी करे. ताकि स्टूडेंट्स की रैंकिंग ऊपर उठ सके. जिससे मेडिकल कॉलेज की अच्छी सीट मिलने या फिर प्रवेश मिलने में दिक्कत नहीं हो.
ट्विटर पर भी चला दिया है अभियान
इसी क्रम में कोटा के सैकड़ों स्टूडेंट्स ने ट्विटर पर भी अभियान चलाया था. जिसमें कोटा की फैकल्टी ने भी उनका सहयोग किया. इसके तहत हजारों की संख्या में ट्वीट इन स्टूडेंट्स ने किए थे. फैकल्टी मेंबर्स का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों की बेंच ने 30 नवंबर को इस संबंध में फैसला सुना दिया था.
पढ़ें: Neet UG 2021 Update: MCC ने जारी किया नोटिफिकेशन, 6 जनवरी तक नहीं शुरू हो सकेगी काउंसलिंग
लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है वह नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) के नामित किए गए तीन एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दिया है जबकि उन्होंने जो रिपोर्ट पेश की है, उसी में फिजिक्स के नियमों की अवहेलना की है.
विद्यार्थी बोले हमारा बर्बाद हो जाएगा 1 साल
आंदोलनकारी छात्रों का कहना है कि हिंदी के छात्रों को चार नंबर ज्यादा मिलने की जगह एक नंबर कट गया है. 5 अंक नीचे चले जाने के चलते उनकी रैंक में हजारों का अंतर आ गया है. जबकि अंग्रेजी माध्यम से परीक्षा देने वाले छात्रों को इसका फायदा मिला है. इन विद्यार्थियों का कहना है कि इस अंतर के चलते ही उन्हें मेडिकल कॉलेजों में या तो अच्छी सीट नहीं मिल पाएगी या फिर उनका प्रवेश नहीं हो पाएगा. इसके चलते उनका पूरा 1 साल बर्बाद होगा.
हरिकृष्ण बिरला ने दिया आश्वासन
धरना प्रदर्शन के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला कोटा मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके बड़े भाई और कोटा को ऑपरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला से विद्यार्थी मिले. उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस पूरी बात को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला तक तक पहुंचाएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि बिरला भी बच्चों की पूरी बात को शिक्षा मंत्रालय व नेशनल टेस्टिंग एजेंसी तक पहुंचाएंगे. इस प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रा आपस में झगड़ भी गए. इनमें से 2 छात्रों ने एक पर हमला कर दिया. उसके सिर पर हल्की चोट आई है. जिसे अस्पताल ले जाया गया. वहीं पुलिस ने हमला करने वाले छात्रों को भी हिरासत में ले लिया.