कोटा. मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2022 का आयोजन 17 जुलाई को होने (NEET UG 2022 Date) जा रहा है. इसमें करीब 18 लाख 72 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे. देश के 612 मेडिकल कॉलेजों में 91827 सीटें हैं, इनमें से करीब 45 फ़ीसदी सीटें सरकारी मेडिकल कॉलेज की हैं. जबकि 55 फ़ीसदी प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में हैं. इस हिसाब से एक सरकारी सीट के लिए करीब 45 विद्यार्थी दावेदार हैं.
करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट परिजात मिश्रा ने बताया कि देश में करीब 292 सरकारी और 320 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं. जिनमें सरकारी सीटें 41,000 और प्राइवेट के 50,500 सीटें हैं. प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में फीस ज्यादा होने के चलते विद्यार्थी, सरकारी मेडिकल सीट पर ही फोकस करते हैं. यह फीस 1500 से लेकर कुछ डेढ़ लाख रुपये सालाना तक होती है. जबकि प्राइवेट की फीस 7 से लेकर 25 लाख रुपये सालाना तक होती है.
ऐसे में विद्यार्थियों के बीच सरकारी सीट को लेकर ही कंपटीशन रहता है. इस बार जहां 41000 सरकारी मेडिकल सीट्स के लिए करीब 18,72,000 विद्यार्थी एग्जाम देंगे. ऐसे में एक सरकारी सीट के लिए करीब 45 विद्यार्थी दावेदार हैं. इसी तरह से प्राइवेट सीट को भी मिला लिया जाए, तो यह संख्या 20 के आसपास पहुंच जाती है.
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नीट यूजी से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की करोड़ों की आय
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी रजिस्ट्रेशन के लिए जनरल कैटेगरी के विद्यार्थियों से 1600 रुपये, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी के विद्यार्थियों से 1500 रुपये और शेष रिजर्व कैटेगरी के विद्यार्थियों से 900 रुपये शुल्क लिया है. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि बीते साल की कैटेगरी के अनुसार विद्यार्थियों को बांटा जाए तो ज्यादातर विद्यार्थी जनरल, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी एनसीएल कैटेगरी के रहते हैं.
ऐसे में फीस का औसत अगर निकाला जाए तो करीब 1300 आ जाता है. इस अनुसार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को एग्जाम करवाने के लिए करीब 250 करोड़ की इनकम हुई है. हालांकि इसमें से एक बड़ी राशि एग्जाम करवाने में खर्च होगी, लेकिन एक्सपर्ट देव शर्मा का यह मानना है कि पेन पेपर मोड पर होने वाले इस एग्जाम में प्रति विद्यार्थी करीब 500 रुपये के आसपास ही खर्चा होगा. जबकि उनसे काफी ज्यादा फीस ली गई है.
बैंकों के लॉकर में रखे जाते हैं प्रश्न पत्र
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी नीट यूजी के प्रश्न पत्रों को लीक होने से बचाने के लिए बैंक के लॉकर और स्ट्रांग रूम का सहारा लेती है. परीक्षा शहरों के एक या दो बैंकों में एनटीए इन प्रश्न पत्रों को पहुंचा देती है. यहां से परीक्षा वाले दिन इन्हें सेंटर इंचार्ज को उपलब्ध कराए जाते हैं. यह परीक्षा ज्यादातर दोपहर में होती है. ऐसे में सुबह 9:00 से 10:00 बजे यह कार्य होता है. परीक्षा के तय समय से कुछ मिनट पहले यह बक्से खोले जाते हैं. इनमें डिजिटल लॉकर लगे होते हैं. परीक्षा समय से पहले अगर कोई बक्सा खोलता है, तो उसकी जानकारी नोटिफिकेशन और अलार्म के जरिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को चल जाती है.
बीडीएस, आयुष और नर्सिंग कोर्सेज में भी प्रवेश
नीट यूजी परीक्षा के तहत लगातार कोर्स जुड़ रहे हैं. परिजात मिश्रा ने बताया कि नीट यूजी परीक्षा के तहत मेडिकल के अलावा डेंटल, आयुष और नर्सिंग कोर्सेज में भी प्रवेश मिलता है. हालांकि डेंटल और आयुष की बड़ी संख्या में सीटें हर साल खाली रह जाती है, क्योंकि विद्यार्थी इनमें कम ही रुचि दिखाते हैं. नीट यूजी के तहत डेंटल काउंसलिंग में 317 बीडीएस कॉलेजों की 26,798 सीटें हैं. इसी तरह से आयुष के 900 कॉलेज की बीएएमएस की 52,000 सीटें शामिल हैं. देश के प्रतिष्ठित और बड़े मेडिकल कॉलेजों के तहत चल रहे नर्सिंग कॉलेजों की बीएससी नर्सिंग और ऑफ लाइफ साइंसेज कोर्सेज की 3,000 सीटों में प्रवेश मिलेगा.
एडमिट कार्ड में दिए रिपोर्टिंग टाइम स्लॉट से मिलेगी एंट्री
भारत के 543 और विदेशी 14 शहरों में यह परीक्षा आयोजित होगी. कुल मिलाकर इस बार 557 शहरों के केंद्रों पर परीक्षा होगी. परीक्षा दोपहर 2:00 से 5:20 तक पेन पेपर मोड पर आयोजित होगी. कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत रिर्पोटिंग टाइम की ग्रेडिंग की गई है, ताकि एक ही समय पर परीक्षा केंद्र पर अत्यधिक विद्यार्थियों और अभिभावकों की भीड़ नहीं हो. विद्यार्थियों को अलग-अलग रिपोर्टिंग टाइम एडमिट कार्ड पर दिया गया है. रिर्पोटिंग टाइम सुबह 11 बजे का निर्धारित किया गया है. स्टूडेंट्स को 1:30 बजे तक एंट्री दी जाएगी.
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स्वयं के लिए आवश्यक सीट पर करें फोकस
कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नीट यूजी भावी डॉक्टर्स के कंटेंट, कैपेबिलिटी और कमिटमेंट की कड़ी परीक्षा है. ऐसे में इसमें अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा और सीटें कम होने से आपस में काफी कंपटीशन होगा. हजारों अभ्यर्थी 1 से लेकर 4 साल तक भी ड्रॉप लेकर मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में विद्यार्थियों को पूरा फोकस करके परीक्षा देनी चाहिए. जबकि उन्हें यह ध्यान नहीं देना चाहिए कि प्रतिस्पर्धा का स्तर क्या है.
एग्जाम में आएंगे 720 अंक के 180 प्रश्न
देव शर्मा ने बताया कि परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी के प्रश्न पूछे जाएंगे. सभी से 45-45 प्रश्न परीक्षा में आएंगे. ऐसे में कुल 180 प्रश्न इस परीक्षा में होंगे. जिसमें सही जवाब देने पर 4 अंक मिलेंगे, जबकि माइनस मार्किंग के तहत गलत उत्तर पर एक अंक काटा जाएगा. इस हिसाब से प्रश्न पत्र कुल 720 अंकों का होगा. परीक्षार्थियों को एग्जाम के लिए 3 घंटे का समय दिया जाता था, लेकिन इस बार 20 मिनट ज्यादा दिए गए हैं. क्योंकि सुरक्षा की दृष्टि से एग्जाम के दौरान और पहले काफी फॉर्मेलिटीज की जाती है, जिसमें विद्यार्थियों का समय जाया होता है.
कोलंबो के हालात ठीक नहीं, वहां भी परीक्षा केंद्र
नीट यूजी 2022 में श्रीलंका के कोलंबो में भी परीक्षा आयोजित की जानी थी. लेकिन वर्तमान में आर्थिक बदहाली के बाद राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में नीट यूजी 2022 के कोलंबो सेंटर पर परीक्षा का आयोजन किस तरह हो पाएगा, इस पर भी संशय बना हुआ है.