कोटा. जेईई मेन मार्च अटेम्प्ट परीक्षा का परिणाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जारी कर दिया. राजस्थान की बात की जाए तो यहां के 3 स्टूडेंट्स 100 परसेंटाइल लाकर देशभर के टॉपर स्टूडेंट में शामिल हुए हैं. इनमें जयपुर के मृदुल अग्रवाल शामिल है, जो कि राजस्थान के टॉपर भी बने हैं. इसके अलावा कोटा से स्टडी कर रहे श्रीगंगानगर के जैनिथ मल्होत्रा भी इस श्रेणी में शामिल हुए हैं. साथ ही सीकर के रोहित सिंह भी 100 परसेंटाइल लेकर आए हैं.
जयपुर के मृदुल अग्रवाल ने परीक्षा में 300 में से 300 अंक प्राप्त किए हैं. मृदुल ने फरवरी जेईई मेन के बाद मार्च में भी 100 पर्सेन्टाइल प्राप्त किया है. फरवरी में परफेक्ट स्कोर करने से बचे मृदुल ने इस परीक्षा में पूरे में से पूरे अंक भी प्राप्त किए. समय का सदुपयोग करने की कोशिश करने वाले मृदुल अग्रवाल ने कहा कि मैं पिछले तीन साल से जयपुर के कोचिंग में पढ़ रहा हूं. मेरी 100 पर्सेन्टाइल को लेकर कोशिश की थी, जो सफल रही.
आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहते हैं मृदुल
मृदुल का कहना है कि वह रोजाना का टारगेट लेकर पढ़ाई करता हूं और उस दिन वो टॉपिक खत्म करके ही सोता हूं, सुबह की भी तैयारी रहती है कि अगले दिन क्या पढ़ाई करनी है. रोजाना 6 से 8 घंटे सेल्फ स्टडी हो जाती है. लॉकडाउन के चलते पिछले दिनों मुझे लाभ हुआ. घर बैठकर ही पढ़ाई की, ऑनलाइन से बहुत लाभ हुआ. इसके साथ ही कोचिंग से ऑनलाइन पढ़ाई में अन्य स्टूडेंट्स का साथ मिला तो डाउट इंटरेक्शन और बढ़ गया. अब जेईई एडवांस्ड का टारगेट है और आईआईटी मुम्बई से कम्प्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहता हूं. पापा प्रदीप अग्रवाल एक प्राइवेट फर्म में अकाउंट्स मैनेजर हैं. वहीं, मां पूजा अग्रवाल गृहिणी हैं. मुझे पूरे साल मां और टीचर्स ने पढ़ाई के लिए खूब मोटिवेट किया. मूवीज देखना अच्छा लगता है. कक्षा 10 में सीबीएसई बोर्ड में 98.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए. खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहता हूं. परिवार मूलतः जयपुर निवासी है.
एग्जाम को क्रैक करने के लिए अच्छा और पॉजिटिव माइंड साइड जरूरी: रोहित
जेईई मेन मार्च परीक्षा में 100 परसेन्टाइल स्कोर करने वाले रोहित सिंह ने फरवरी अटैम्प्ट में रोहित ने 99.98 परसेन्टाइल स्कोर किए थे. रोहित ने बताया कि किसी भी एग्जाम को क्रेक करने के लिए एक अच्छा और पाॅजिटिव माइंडसेट होना जरूरी है. मुझे शुरुआत से टेक्नोलाॅजी से लगाव था. इसलिए मैंने आईआईटीयन बनने का निर्णय लिया. लाॅकडाउन जैसे कठिन समय में ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई की. मैं आईसीएसई 10वीं बोर्ड में 97.8 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की राजस्थान टाॅपर रह चुका हूं. इसके अलावा इंटरनेशनल फिजिक्स ओलंपियाड की फर्स्ट स्टेज आईओक्यूपी क्वालिफाइड कर चुका हूं. पिता बलबीर सिंह सरकारी स्कूल में प्रिंसीपल व मां विमला भी टीचर है. भविष्य में आईआईटी मुम्बई या दिल्ली की सीएस ब्रांच से बीटेक करना चाहता हूं.