ETV Bharat / city

रिश्वत लेते पकड़े गए AEN के खिलाफ और भी परिवादी पहुंचे ACB, कहा- हमने भी दी है रिश्वत

सहायक अभियंता दिनेश खोलिया के खिलाफ अन्य परिवादी भी एसीबी के दफ्तर पहुंचे हैं. इन्होंने भी एसीबी को एईएन दिनेश खोलिया को रिश्वत देने की लिखित शिकायत दी है. इसको एसीबी की ट्रैप के बाद हुई एफआईआर में जोड़ा जाएगा. इन शिकायतों में लोड बढ़ाने, वीसीआर भरने, ट्रांसफार्मर देने सहित कार्यों के बदले रिश्वत लेने की शिकायत शामिल है.

Kota news, bribe case, AEN caught
रिश्वत लेते पकड़े गए AEN खोलिया के खिलाफ और भी परिवादी पहुंचे ACB
author img

By

Published : Aug 27, 2020, 12:05 PM IST

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सहायक अभियंता दिनेश खोलिया के खिलाफ अन्य परिवादी भी एसीबी के दफ्तर पहुंचे हैं, जिन्होंने भी एसीबी को एईएन दिनेश खोलिया को रिश्वत देने की लिखित शिकायत दी है.

रिश्वत लेते पकड़े गए AEN खोलिया के खिलाफ और भी परिवादी पहुंचे ACB

इन लोगों का कहना है कि कैथून एरिया के अधिकांश किसानों से इस तरह की अवैध वसूली की गई है. हालांकि लोग डर के कारण नहीं बोल रहे हैं. एसीबी को मिली हुई लिखित शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें एईएन दिनेश खोलिया के ट्रैप के बाद हुई एफआईआर में जोड़ा जाएगा. इन शिकायतों में लोड बढ़ाने, वीसीआर भरने, ट्रांसफार्मर देने सहित कार्यों के बदले रिश्वत लेने की शिकायत शामिल है.

परिवादियों में शामिल जाखोड़ा के दीपक नागर का कहना है कि पिछले महीने 18 जुलाई को एईएन दिनेश खोलिया और उनकी टीम मेरे खेत पर आ गई. ट्रांसफार्मर के पास यह सभी लोग थे, जब मैं वहां पहुंचा, तो मुझे लोड ज्यादा बताते हुए वीसीआर भरने की धमकी दी गई. मैंने एईएन और उनके साथ आए तीन चार सदस्यों से बातचीत की तो उन्होंने एक लाख रुपए की वीसीआर भरने की बात कही. जिसके बाद इनमें से एक सदस्य ने मुझे 10 हजार रुपए एईएन दिनेश खोलिया को देने के बाद मामला निपटाने को कहा, मैंने उसकी बात मानते हुए गांव के व्यक्ति से ही पैसे उधार लेते हुए एईएन दिनेश खोलिया को उनके ऑफिस में जाकर दे दिए हैं. हालांकि इसके बाद भी मेरे बिल में 5 हजार रुपए वीसीआर के जुड़कर आए हैं.

यह भी पढ़ें- 2 अप्रैल 2018 को दलित आंदोलन के तहत उपद्रव के दौरान दर्ज हुए मामले सरकार ने लिए वापस

इसके अलावा ऐसी एक अन्य शिकायत भी एसीबी को मिली है. हालांकि परिवादी ने अपना नाम बताने से इनकार कर दिया है. ऐसे में एसीबी ने उसे शिकायत गुप्त रूप में ली है, जिसमें वीसीआर नहीं भरने की एवज में 5000 हजार रुपए लेने का आरोप लगाया है है. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्र शील कुमार का कहना है कि इन सभी शिकायतों को एफआईआर में शामिल करते हुए परिवारों के बयान लिए जाएंगे और जो भी कार्रवाई होगी, उसे अंजाम दिया जाएगा. साथ ही एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता भी सामने आ सकती है. ऐसे में पूरे प्रकरण में अन्य लोगों की भागीदारी भी देखी जा रही है.

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सहायक अभियंता दिनेश खोलिया के खिलाफ अन्य परिवादी भी एसीबी के दफ्तर पहुंचे हैं, जिन्होंने भी एसीबी को एईएन दिनेश खोलिया को रिश्वत देने की लिखित शिकायत दी है.

रिश्वत लेते पकड़े गए AEN खोलिया के खिलाफ और भी परिवादी पहुंचे ACB

इन लोगों का कहना है कि कैथून एरिया के अधिकांश किसानों से इस तरह की अवैध वसूली की गई है. हालांकि लोग डर के कारण नहीं बोल रहे हैं. एसीबी को मिली हुई लिखित शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें एईएन दिनेश खोलिया के ट्रैप के बाद हुई एफआईआर में जोड़ा जाएगा. इन शिकायतों में लोड बढ़ाने, वीसीआर भरने, ट्रांसफार्मर देने सहित कार्यों के बदले रिश्वत लेने की शिकायत शामिल है.

परिवादियों में शामिल जाखोड़ा के दीपक नागर का कहना है कि पिछले महीने 18 जुलाई को एईएन दिनेश खोलिया और उनकी टीम मेरे खेत पर आ गई. ट्रांसफार्मर के पास यह सभी लोग थे, जब मैं वहां पहुंचा, तो मुझे लोड ज्यादा बताते हुए वीसीआर भरने की धमकी दी गई. मैंने एईएन और उनके साथ आए तीन चार सदस्यों से बातचीत की तो उन्होंने एक लाख रुपए की वीसीआर भरने की बात कही. जिसके बाद इनमें से एक सदस्य ने मुझे 10 हजार रुपए एईएन दिनेश खोलिया को देने के बाद मामला निपटाने को कहा, मैंने उसकी बात मानते हुए गांव के व्यक्ति से ही पैसे उधार लेते हुए एईएन दिनेश खोलिया को उनके ऑफिस में जाकर दे दिए हैं. हालांकि इसके बाद भी मेरे बिल में 5 हजार रुपए वीसीआर के जुड़कर आए हैं.

यह भी पढ़ें- 2 अप्रैल 2018 को दलित आंदोलन के तहत उपद्रव के दौरान दर्ज हुए मामले सरकार ने लिए वापस

इसके अलावा ऐसी एक अन्य शिकायत भी एसीबी को मिली है. हालांकि परिवादी ने अपना नाम बताने से इनकार कर दिया है. ऐसे में एसीबी ने उसे शिकायत गुप्त रूप में ली है, जिसमें वीसीआर नहीं भरने की एवज में 5000 हजार रुपए लेने का आरोप लगाया है है. एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्र शील कुमार का कहना है कि इन सभी शिकायतों को एफआईआर में शामिल करते हुए परिवारों के बयान लिए जाएंगे और जो भी कार्रवाई होगी, उसे अंजाम दिया जाएगा. साथ ही एडिशनल एसपी ठाकुर चंद्रशील कुमार का कहना है कि इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता भी सामने आ सकती है. ऐसे में पूरे प्रकरण में अन्य लोगों की भागीदारी भी देखी जा रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.