कोटा. जिला नगर निगम की बोर्ड बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई. बता दें कि कोटा नगर निगम की बोर्ड बैठक 25 महीने बाद आयोजित हुई. बैठक में दिन भर हंगामा चला जिसके कारण बैठक में एक भी मुद्दे पर फैसला नहीं हो पाया. बैठक में मौजूद रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने पार्षदों और अधिकारियों को नसीहत देते हुए शिष्टाचार नवाचार का पाठ पढ़ाया.
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नगर निगम की बोर्ड बैठक में आए रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने नसीहत देते हुए कहा कि सबकुछ सही होने के बावजूद जनता के कामों को रोकना अधिकारियों के चोचले होते हैं. बैठक में पेंशन के मामलों को अटकाने के मुद्दे पर बहस के दौरान उन्होंने कहा कि फाइलों को इधर-उधर भटकाने की परंपरा को बंद कर देना चाहिए. सभी अधिकारी भवन में बैठते हैं, कोई भी अधिकारी तीन दिन से ज्यादा नहीं लगना चाहिए.
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विधायक मदन दिलावर ने कहा कि कोटा शहर राजस्थान के बड़ी शहर की गिनती में आ सकता है क्योंकि हमारे पास अधिकारी व कर्मचारियों की फौज है. उन्होंने कहा कि हमारे पास अधिकारियों और कर्मचारियों की जितनी संख्या है उस हिसाब से शहर इतना बड़ा नही है. अगर अधिकारी पहले से ही सब तैयारी कर रख ले तो किसी भी काम में देरी की नौबत ही नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि इन सब को ध्यान में रखकर अगर नगर निगम काम करे तो एक नया उदाहरण पेश कर सकता है. वहीं रामगंजमंडी विधायक ने नगर निगम के पार्षद व अधिकारियों को सदन की बैठक में गरिमा बनाये रखने का भी पाठ पढ़ाया.