कोटा. लॉकडाउन 3 में केंद्र सरकार ने कई सेवाओं को शुरू करने की घोषणा की है. इसके बाद भी मजदूरों का अपने घरों की ओर जाने का पलायन जारी है. राजस्थान के अलावा राज्य के कई हिस्सों से मजदूरों का लॉकडाउन के चलते पलायन करना अभी भी जारी है. चित्तौड़गढ़ जिले से यूपी जाने के लिए एक उद्योग में ठेकेदार के पास काम करने वाले मजदूर साइकिल से अपने गांव के लिए निकले हैं.
कोटा में हैंगिंग ब्रिज के पास ये साइकिल सवार मजदूर दिखाई दिए. चार साइकिलों पर यह मजदूर सवार होकर चित्तौड़गढ़ के गंगरार क्षेत्र से एक उद्योग में काम करने वाले मजदूर ठेकेदार द्वारा सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराने बाद विवश होकर अपने घर लौटने को मजबूर हुए. इन मजदूरों के पास इतना पैसा नहीं था कि वे कोई साधन करके अपने गांव उत्तर प्रदेश लौट सकें. ऐसे में इन मजदूरों ने अपने परिवार से आर्थिक मदद मांगी.
लॉकडाउन के चलते इनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है. इसके बाद भी परिजनों ने अपने पास बुलाने के लिए थोड़ा बहुत पैसा इकट्ठा कर उनके अकाउंट में डाला. जिसके बाद इन मजदूरों ने साइकिल खरीदी और इन पर सवार होकर उत्तर प्रदेश अपने गांव के लिए रवाना हुए.
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बता दें कि जो साइकिलें मजदूरों ने खरीदी उनमें से 2 साइकिलें ऐसी है, जो राजस्थान के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को अच्छे अंक लाने पर मुफ्त में सरकार द्वारा दी जाती है. इन साइकिलों को भी चार हजार रुपए में इन मजदूरों को बेचा गया, लेकिन मजबूरी के चलते इन लोगों ने साइकिल खरीदी और साइकिल में पंचर बनाने का सामान और अपने उपयोगी सामान लाद कर चलना शुरू किया.
उन्होंने ने बताया कि रास्ते में कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. दिनभर कड़ी धूप में चलने के साथ-साथ खाने-पीने की भी दिक्कत है. अपने साथ ये कुछ राशन लेकर चले थे. उसी से अपने पेट की आग बुझाई और फिर अपने गंतव्य की ओर आगे निकले.