कोटा. जिले में सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली विवाहिता की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मामला शहर के किशोरपुरा थाना क्षेत्र का है. जहां 35 साल की विवाहिता ने पारिवारिक झगड़े के चलते यह कदम उठाया. वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में शिफ्ट कराया है. जहां पोस्टमार्टम कर विवाहिता के पीहर पक्ष वालों को शव सुपुर्द किया गया.
वहीं सब इंस्पेक्टर नारायण लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 दिसंबर रविवार को मेडिकल कॉलेज पुलिस चौकी से घटना की सूचना मिली थी. जिसके बाद सूचना के आधार पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर शव को मेडिकल कॉलेज मोर्चरी में शिफ्ट करवाया. जहां सोमवार को परिजनों के आने के बाद मेडिकल बोर्ड की ओर से पोस्टमार्टम करवाया गया.
उन्होंने बताया कि विवाहिता के पीहर पक्ष से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है कि नंदनी को ससुराल पक्ष वाले हमेशा प्रताड़ित करते रहते थे. इस कारण नंदिनी ने सल्फास खा लिया. जिसके चलते उसको मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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वहीं मृतका नंदनी के भाई ने बताया कि 10 वर्ष पहले नंदिनी का विवाह अशोक कॉलोनी निवासी पवन कुमार से हुआ था. पिछले 5 सालों से दोनों के बीच में काफी अनबन चल रही थी. डेढ़ महीने तक बहन मेरे घर रही, उसके बाद समझा कर उसको भेजा. 7 तारीख को सूचना लगी की नंदिनी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती है. यहां आकर देखा तो पता लगा कि उसने जहर खा लिया है. जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज मोर्चरी के बाहर विवाहिता के पोस्टमार्टम के दौरान ही दोनों पक्षों में शव को ले जाने के लिए आपस में कहासुनी हुई. इस पर महावीर नगर थाना पुलिस ने मय जाब्ता मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों की समझाइश कर शव को पीहर पक्ष वालों को सुपुर्द कर दिया.