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कोटाः पूर्व महापौर सुनीता व्यास, नरेंद्र हाड़ा सहित भाजपा के कई दिग्गज हारे, कांग्रेस के ईश्वर गंभीर भी हारे चुनाव

कोटा नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कई दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ा. हालांकि कांग्रेस के भी कुछ दिग्गज इन चुनावों में हार गए हैं. भाजपा से चुनाव पूर्व महापौर सुनीता व्यास, तीन बार पार्षद रह चुके राम मोहन मित्रा बाबला, पार्षद नरेंद्र सिंह हाड़ा, विनोद नायक और कांग्रेस के ईश्वर गंभीर को भी हार का सामना करना पड़ा है.

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कोटा में भाजपा के कई दिग्गज हारे
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Published : Nov 4, 2020, 1:57 AM IST

कोटा. नगर निगम उत्तर और दक्षिण के चुनाव में कांग्रेस को ही लीड मिली है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के कई दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ा. हालांकि कांग्रेस के भी कुछ दिग्गज इन चुनावों में हार गए हैं. भाजपा से चुनाव पूर्व महापौर सुनीता व्यास, तीन बार पार्षद रह चुके राम मोहन मित्रा बाबला, पार्षद नरेंद्र सिंह हाड़ा, विनोद नायक व कांग्रेस के ईश्वर गंभीर को भी हार का सामना करना पड़ा है.

भाजपा की बात की जाए तो पूर्व महापौर सुनीता व्यास वार्ड नंबर 20 से चुनाव मैदान में थे. यहां की कांग्रेस प्रत्याशी इसी शर्मा सुमन ने उन्हें 112 वोटों से मात दे दी है. इसी तरह से भारतीय जनता पार्टी के तीन बार पार्षद रहे और चौथी बार भी चुनाव लड़ रहे राम मोहन मित्रा "बाबला" को चुनावी प्रचार के दौरान काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा था. वहीं परिणाम में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. यहां तक कि वह तीसरे स्थान पर रहे हैं. उनके वार्ड नंबर 17 से बबलू गुर्जर कसाना विजयी रहे हैं. वहीं पूर्व पार्षद विनोद नायक को भी वार्ड नंबर 75 से हार का सामना करना पड़ा है. यहां पर कांग्रेस के नवीन यादव विजय रहे हैं. नायक पिछले बोर्ड में उद्यान समिति के चेयरमैन भी रहे थे.

पढ़ेंः प्रत्याशियों की मीटिंग के बाद कांग्रेस तय करेगी कोटा मेयर का नाम : त्यागी

वहीं पूर्व पार्षद नरेंद्र सिंह हाडा को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें वार्ड 76 से कांग्रेस के कुलदीप गौतम ने हरा दिया है. साथ में पहली बार बीजेपी से चुनाव लड़ रहे सोलंकी भी चुनाव हार गए हैं. उन्हें उनके ही वार्ड से चुनाव लड़ रहे हैं कांग्रेस के देवेश तिवारी ने 500 से ज्यादा वोटों से हराया है. वहीं कांग्रेस की बात की जाए तो वार्ड नंबर 57 से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे ईश्वर गंभीर जोकि पूर्व पार्षद हैं, उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा है.

कोटा. नगर निगम उत्तर और दक्षिण के चुनाव में कांग्रेस को ही लीड मिली है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के कई दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ा. हालांकि कांग्रेस के भी कुछ दिग्गज इन चुनावों में हार गए हैं. भाजपा से चुनाव पूर्व महापौर सुनीता व्यास, तीन बार पार्षद रह चुके राम मोहन मित्रा बाबला, पार्षद नरेंद्र सिंह हाड़ा, विनोद नायक व कांग्रेस के ईश्वर गंभीर को भी हार का सामना करना पड़ा है.

भाजपा की बात की जाए तो पूर्व महापौर सुनीता व्यास वार्ड नंबर 20 से चुनाव मैदान में थे. यहां की कांग्रेस प्रत्याशी इसी शर्मा सुमन ने उन्हें 112 वोटों से मात दे दी है. इसी तरह से भारतीय जनता पार्टी के तीन बार पार्षद रहे और चौथी बार भी चुनाव लड़ रहे राम मोहन मित्रा "बाबला" को चुनावी प्रचार के दौरान काफी विरोध का सामना करना पड़ रहा था. वहीं परिणाम में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. यहां तक कि वह तीसरे स्थान पर रहे हैं. उनके वार्ड नंबर 17 से बबलू गुर्जर कसाना विजयी रहे हैं. वहीं पूर्व पार्षद विनोद नायक को भी वार्ड नंबर 75 से हार का सामना करना पड़ा है. यहां पर कांग्रेस के नवीन यादव विजय रहे हैं. नायक पिछले बोर्ड में उद्यान समिति के चेयरमैन भी रहे थे.

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वहीं पूर्व पार्षद नरेंद्र सिंह हाडा को भी हार का सामना करना पड़ा. उन्हें वार्ड 76 से कांग्रेस के कुलदीप गौतम ने हरा दिया है. साथ में पहली बार बीजेपी से चुनाव लड़ रहे सोलंकी भी चुनाव हार गए हैं. उन्हें उनके ही वार्ड से चुनाव लड़ रहे हैं कांग्रेस के देवेश तिवारी ने 500 से ज्यादा वोटों से हराया है. वहीं कांग्रेस की बात की जाए तो वार्ड नंबर 57 से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे ईश्वर गंभीर जोकि पूर्व पार्षद हैं, उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा है.

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