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कोटा पहुंचा दो किलोमीटर लंबा टिड्डी दल, कृषि विभाग की टीम रख रही है नजर

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Published : Jun 10, 2020, 9:37 PM IST

कोटा शहर में बुधवार को 2 से ढाई किलोमीटर लंबे टिड्डी दल ने फिर से अटैक कर दिया. कृषि विभाग का स्टाफ इन टिड्डियों पर नजर रखे हुए है और ट्रैकिंग कर रहा है. ये टिड्डिया जहां भी सेटल होंगी, वहां पर ऑपरेशन चलाकर कंट्रोल किया जाएगा.

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कोटा पहुंचा दो किलोमीटर लंबा टिड्डी दल

कोटा. जिले में बुधवार को फिर टिड्डी दल का हमला हुआ. जिसमें करोड़ों की संख्या में टिड्डियां शामिल थीं. ये शाम को 5:30 से 6 के बीच में कोटा शहर में प्रवेश कर गईं. हल्की बारिश होने के चलते कुछ टिड्डियां कोटा स्टेशन और खेडली फाटक इलाके में पेड़ों पर बैठ गईं. हालांकि अधिकांश टिड्डियां आसमान में ही मंडराती रहीं.

कोटा पहुंचा दो किलोमीटर लंबा टिड्डी दल

कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को बूंदी जिले के हिंडोली में अजमेर से एक टिड्डी दल ने प्रवेश किया था, जो करीब 4 से 5 किलोमीटर लंबा और ढाई किलोमीटर चौड़ा था. ये बूंदी हिंडोली में आकर सेटल हुआ था. वहां पर हिंडोली के रूरल एरिया में ऑपरेशन करके 60 परसेंट खत्म कर दिया. जिसमें 12 ट्रैक्टर माउंटेन मशीन और दो फायर ब्रिगेड से ऑपरेशन किया था.

पढ़ें- बाड़मेरः प्रमुख शासन सचिव गंगवार ने लिया टिड्डी नियंत्रण का जायजा

बुधवार को बची हुई टिड्डियों का दो से ढाई किलोमीटर लंबा दल बूंदी के देई और केशवरायपाटन से चंबल नदी क्रॉस करता हुआ कोटा शहर में प्रवेश कर गया है. उनका कहना है कि स्टाफ मॉनिटरिंग के लिए लगा हुआ है और ट्रैकिंग कर रहा है. जहां भी यह टिड्डी दल सेटल होगा. वहां पर ऑपरेशन चलाकर कंट्रोल किया जाएगा.

तीन दिन से हाड़ौती में मंडरा रहे दो दल

कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामावतार शर्मा के अनुसार कोटा संभाग में पिछले 3 दिनों से दो टिड्डी दल आए हुए हैं. एक भीलवाड़ा की तरफ से आया था. जिसको सोमवार को केशवरायपाटन के पास निमोदा में ऑपरेशन करके कंट्रोल किया था. उसका बच्चा हुआ शेष भाग मंगलवार को बारां होते हुए मध्यप्रदेश चला गया, जो कि वापस मध्यप्रदेश से पीपल्दा होते हुए इटावा की तरफ चल रहा है. उसके पीछे ट्रैकिंग के लिए पूरा स्टाफ लगा हुआ है. टिड्डी दल जहां भी रात को सेटल होगा, वहां ऑपरेशन किया जाएगा.

इटावा में टिड्डी दल ने दी दस्तक

इटावा उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में बुधवार दोपहर को टिड्डी दल ने दस्तक दे दी है. टिड्डी दल आने की सूचना के बाद ग्रामीणों ने थालियां बजाकर इन टिड्डियों को भागने का प्रयास किया. इटावा क्षेत्र के गोठड़ा, शेरगढ़, खयावदा, खेड़ली बोरदा, निमोला सहित कई स्थानों पर बड़ी संख्या में टिड्डी दल देखकर प्रशासन को सूचना दी गई.

शाम को टिड्डियों के दल ने सुल्तानपुर क्षेत्र की और रुख किया. जहां पहले से अलर्ट कृषि विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर टिड्डियों को भगाने के प्रयास शुरू कर दिया है. वहीं सुल्तानपुर क्षेत्र के मंडावरा, सुल्तानपुर, मेहंदी, कंवरपुरा, दीगोद क्षेत्र में बड़ी संख्या में टिड्डियों का दल देखा गया है. कृषि विस्तार के उप निदेशक रामनिवास पालीवाल ने बताया कि दोपहर तीन बजे के करीब सुल्तानपुर क्षेत्र में टिड्डी दल नजर आया है.

पढ़ें- सीकर में गुटखा कारोबारी के गोदाम पर GST का छापा, लाखों रुपये की Tax चोरी पकड़ी...

ग्रामीणों से जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में टिड्डियां हवाओं में उड़ती दिखाई दी हैं. यह किस तरफ से आई हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली. जिला कृषि विस्तार अधिकारी तनुज चौधरी और कृषि पर्यवेक्षक चन्द्रप्रकाश मीणा ने भी टिड्डियों के बसेरे को लेकर सतर्कता बरतते हुए कीटनाशकों का छिड़काव करवाकर इन टिड्डियों को नष्ट करवाने की कवायद शुरू कर दी है.

कोटा. जिले में बुधवार को फिर टिड्डी दल का हमला हुआ. जिसमें करोड़ों की संख्या में टिड्डियां शामिल थीं. ये शाम को 5:30 से 6 के बीच में कोटा शहर में प्रवेश कर गईं. हल्की बारिश होने के चलते कुछ टिड्डियां कोटा स्टेशन और खेडली फाटक इलाके में पेड़ों पर बैठ गईं. हालांकि अधिकांश टिड्डियां आसमान में ही मंडराती रहीं.

कोटा पहुंचा दो किलोमीटर लंबा टिड्डी दल

कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को बूंदी जिले के हिंडोली में अजमेर से एक टिड्डी दल ने प्रवेश किया था, जो करीब 4 से 5 किलोमीटर लंबा और ढाई किलोमीटर चौड़ा था. ये बूंदी हिंडोली में आकर सेटल हुआ था. वहां पर हिंडोली के रूरल एरिया में ऑपरेशन करके 60 परसेंट खत्म कर दिया. जिसमें 12 ट्रैक्टर माउंटेन मशीन और दो फायर ब्रिगेड से ऑपरेशन किया था.

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बुधवार को बची हुई टिड्डियों का दो से ढाई किलोमीटर लंबा दल बूंदी के देई और केशवरायपाटन से चंबल नदी क्रॉस करता हुआ कोटा शहर में प्रवेश कर गया है. उनका कहना है कि स्टाफ मॉनिटरिंग के लिए लगा हुआ है और ट्रैकिंग कर रहा है. जहां भी यह टिड्डी दल सेटल होगा. वहां पर ऑपरेशन चलाकर कंट्रोल किया जाएगा.

तीन दिन से हाड़ौती में मंडरा रहे दो दल

कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामावतार शर्मा के अनुसार कोटा संभाग में पिछले 3 दिनों से दो टिड्डी दल आए हुए हैं. एक भीलवाड़ा की तरफ से आया था. जिसको सोमवार को केशवरायपाटन के पास निमोदा में ऑपरेशन करके कंट्रोल किया था. उसका बच्चा हुआ शेष भाग मंगलवार को बारां होते हुए मध्यप्रदेश चला गया, जो कि वापस मध्यप्रदेश से पीपल्दा होते हुए इटावा की तरफ चल रहा है. उसके पीछे ट्रैकिंग के लिए पूरा स्टाफ लगा हुआ है. टिड्डी दल जहां भी रात को सेटल होगा, वहां ऑपरेशन किया जाएगा.

इटावा में टिड्डी दल ने दी दस्तक

इटावा उपखंड क्षेत्र के कई गांवों में बुधवार दोपहर को टिड्डी दल ने दस्तक दे दी है. टिड्डी दल आने की सूचना के बाद ग्रामीणों ने थालियां बजाकर इन टिड्डियों को भागने का प्रयास किया. इटावा क्षेत्र के गोठड़ा, शेरगढ़, खयावदा, खेड़ली बोरदा, निमोला सहित कई स्थानों पर बड़ी संख्या में टिड्डी दल देखकर प्रशासन को सूचना दी गई.

शाम को टिड्डियों के दल ने सुल्तानपुर क्षेत्र की और रुख किया. जहां पहले से अलर्ट कृषि विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर टिड्डियों को भगाने के प्रयास शुरू कर दिया है. वहीं सुल्तानपुर क्षेत्र के मंडावरा, सुल्तानपुर, मेहंदी, कंवरपुरा, दीगोद क्षेत्र में बड़ी संख्या में टिड्डियों का दल देखा गया है. कृषि विस्तार के उप निदेशक रामनिवास पालीवाल ने बताया कि दोपहर तीन बजे के करीब सुल्तानपुर क्षेत्र में टिड्डी दल नजर आया है.

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ग्रामीणों से जानकारी के अनुसार बड़ी संख्या में टिड्डियां हवाओं में उड़ती दिखाई दी हैं. यह किस तरफ से आई हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं मिली. जिला कृषि विस्तार अधिकारी तनुज चौधरी और कृषि पर्यवेक्षक चन्द्रप्रकाश मीणा ने भी टिड्डियों के बसेरे को लेकर सतर्कता बरतते हुए कीटनाशकों का छिड़काव करवाकर इन टिड्डियों को नष्ट करवाने की कवायद शुरू कर दी है.

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