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कोटाः रिश्वतखोर SME पन्नालाल मीणा के खिलाफ अपने ही विभाग के बाबू के अपहरण का मुकदमा दर्ज

रिश्वतखोर पन्नालाल मीणा फिलहाल एसीबी की गिरफ्त में है. वहीं, अब उनके खिलाफ एक अपरहण का आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ अपने ही विभाग के एक लिपिक के अपहरण का मुकदमा कोटा के आरकेपुरम थाने में दर्ज हुआ है. हालांकि यह एफआईआर ना तो आरकेपुरम थानाधिकारी ने दर्ज की और ना ही एसपी ऑफिस से दर्ज हुई है. इस एफआईआर को कोटा रेंज डीआईजी रविदत्त गौड़ के निर्देश पर दर्ज किया गया है.

एसएमई पन्नालाल मीणा न्यूज , SME Pannalal Meena News
रिश्वतखोर SME पन्नालाल मीणा
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Published : Dec 27, 2019, 11:21 PM IST

Updated : Dec 28, 2019, 1:31 AM IST

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हाल ही में एक लाख की रिश्वत लेते हुए खनन विभाग के सुपरिंटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. उसके बाद एसएमई मीणा की मुश्किलें कम नहीं होती नजर आ रही है. पन्नालाल मीणा फिलहाल एसीबी की गिरफ्त में है, वह रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी के रिमांड पर चल रहे हैं. वहीं, अब उनके खिलाफ एक अपरहण का आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ है.

रिश्वतखोर SME पन्नालाल मीणा के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज

जानकारी के अनुसार एसएमई पन्नालाल मीणा के खिलाफ अपने ही विभाग के एक लिपिक के अपहरण का मुकदमा कोटा के आरकेपुरम थाने में दर्ज हुआ है. यह मुकदमा लिपिक की पत्नी ने दर्ज करवाया है. हालांकि, यह एफआईआर ना तो आरकेपुरम थानाधिकारी ने दर्ज की और ना ही एसपी ऑफिस से दर्ज हुई. इस एफआईआर को कोटा रेंज डीआईजी रविदत्त गौड़ के निर्देश पर दर्ज किया गया है, जो 20 दिसंबर को दर्ज हुई है, हालांकि, इसके बावजूद इस पर किसी भी तरह की कार्रवाई आरकेपुरम थाना पुलिस ने नहीं की है.

पढ़ें- कोटा: ACB ने खनन विभाग के SME को एक लाख की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

मामले के अनुसार खनन विभाग में लिपिक योगेश भट्ट पिछले 1 महीने से गायब है और उनकी पत्नी ने आरकेपुरम थाने में एक लिखित शिकायत दी थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अपरहण का मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में दर्ज की एफआईआर में अधीक्षण खनन अभियंता पन्नालाल मीणा के साथ रिटायर्ड कर्मचारी लेखराज मीणा और बाबू महेंद्र शर्मा भी आरोपी है.

पढ़ें- SME मीणा के खिलाफ उच्च अधिकारी ने सरकार को पत्र लिखे, ACB से जांच की उठाई थी मांग

एफआईआर में कहा गया है कि योगेश भट्ट 24 नवंबर 2019 को 6 बजे बांसवाड़ा के लिए निकले थे, लेकिन उसके बाद से ही उनका कोई पता नहीं चल रहा है. इसमें यह भी जिक्र किया गया है कि योगेश भट्ट की खनन विभाग के अन्य अधिकारियों कार्मिकों से रंजिश चल रही थी.

मंत्री के करीबियों पर लगाए हैं कई गंभीर आरोप

लिपिक की पत्नी ने दर्ज करवाई इस एफआईआर में यह भी जिक्र किया गया है कि हाड़ौती के एक बड़े राजनेता और प्रदेश के सरकार में मंत्री के करीबियों के ऊपर गलत कार्य करवाने की बात कही गई है. साथ ही लिखा गया है कि उन्हें खनन विभाग के अधिकारियों ने इन राजनेताओं के इशारे पर ही एपीओ कर दिया.

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हाल ही में एक लाख की रिश्वत लेते हुए खनन विभाग के सुपरिंटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. उसके बाद एसएमई मीणा की मुश्किलें कम नहीं होती नजर आ रही है. पन्नालाल मीणा फिलहाल एसीबी की गिरफ्त में है, वह रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी के रिमांड पर चल रहे हैं. वहीं, अब उनके खिलाफ एक अपरहण का आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ है.

रिश्वतखोर SME पन्नालाल मीणा के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज

जानकारी के अनुसार एसएमई पन्नालाल मीणा के खिलाफ अपने ही विभाग के एक लिपिक के अपहरण का मुकदमा कोटा के आरकेपुरम थाने में दर्ज हुआ है. यह मुकदमा लिपिक की पत्नी ने दर्ज करवाया है. हालांकि, यह एफआईआर ना तो आरकेपुरम थानाधिकारी ने दर्ज की और ना ही एसपी ऑफिस से दर्ज हुई. इस एफआईआर को कोटा रेंज डीआईजी रविदत्त गौड़ के निर्देश पर दर्ज किया गया है, जो 20 दिसंबर को दर्ज हुई है, हालांकि, इसके बावजूद इस पर किसी भी तरह की कार्रवाई आरकेपुरम थाना पुलिस ने नहीं की है.

पढ़ें- कोटा: ACB ने खनन विभाग के SME को एक लाख की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

मामले के अनुसार खनन विभाग में लिपिक योगेश भट्ट पिछले 1 महीने से गायब है और उनकी पत्नी ने आरकेपुरम थाने में एक लिखित शिकायत दी थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अपरहण का मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में दर्ज की एफआईआर में अधीक्षण खनन अभियंता पन्नालाल मीणा के साथ रिटायर्ड कर्मचारी लेखराज मीणा और बाबू महेंद्र शर्मा भी आरोपी है.

पढ़ें- SME मीणा के खिलाफ उच्च अधिकारी ने सरकार को पत्र लिखे, ACB से जांच की उठाई थी मांग

एफआईआर में कहा गया है कि योगेश भट्ट 24 नवंबर 2019 को 6 बजे बांसवाड़ा के लिए निकले थे, लेकिन उसके बाद से ही उनका कोई पता नहीं चल रहा है. इसमें यह भी जिक्र किया गया है कि योगेश भट्ट की खनन विभाग के अन्य अधिकारियों कार्मिकों से रंजिश चल रही थी.

मंत्री के करीबियों पर लगाए हैं कई गंभीर आरोप

लिपिक की पत्नी ने दर्ज करवाई इस एफआईआर में यह भी जिक्र किया गया है कि हाड़ौती के एक बड़े राजनेता और प्रदेश के सरकार में मंत्री के करीबियों के ऊपर गलत कार्य करवाने की बात कही गई है. साथ ही लिखा गया है कि उन्हें खनन विभाग के अधिकारियों ने इन राजनेताओं के इशारे पर ही एपीओ कर दिया.

Intro:पन्नालाल मीणा फिलहाल एसीबी की गिरफ्त में है. वह रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी के रिमांड पर चल रहे हैं. अब उनके खिलाफ एक अपरहण का आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ अपने ही विभाग के एक लिपिक के अपहरण का मुकदमा कोटा के आरकेपुरम थाने में दर्ज हुआ है. यह मुकदमा लिपिक की पत्नी ने दर्ज करवाया है. हालांकि यह एफआईआर. ना तो आरकेपुरम थानाधिकारी ने दर्ज की, ना एसपी ऑफिस से दर्ज हुई. इस एफआईआर को कोटा रेंज डीआईजी रविदत्त गौड़ के निर्देश पर दर्ज किया गया है.


Body:कोटा.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हाल ही में एक लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए खनन विभाग के सुपरिंटेंडेंट माइनिंग इंजीनियर पन्ना लाल मीणा की मुश्किलें कम नहीं होती नजर आ रही है. पन्नालाल मीणा फिलहाल एसीबी की गिरफ्त में है. वह रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी के रिमांड पर चल रहे हैं. अब उनके खिलाफ एक अपरहण का आपराधिक मामला भी दर्ज हुआ है. उनके खिलाफ अपने ही विभाग के एक लिपिक के अपहरण का मुकदमा कोटा के आरकेपुरम थाने में दर्ज हुआ है. यह मुकदमा लिपिक की पत्नी ने दर्ज करवाया है. हालांकि यह एफआईआर. ना तो आरकेपुरम थानाधिकारी ने दर्ज की, ना एसपी ऑफिस से दर्ज हुई. इस एफआईआर को कोटा रेंज डीआईजी रविदत्त गौड़ के निर्देश पर दर्ज किया गया है, जो 20 अक्टूबर को दर्ज हुई है हालांकि इसके बावजूद इस पर किसी भी तरह की कार्रवाई आरकेपुरम थाना पुलिस ने नहीं की है.

मामले के अनुसार खनन विभाग में लिपिक योगेश भट्ट पिछले 1 महीने से गायब है उनकी पत्नी चंदा भट्ट ने आरकेपुरम थाने में एक लिखित शिकायत दी थी. जिसके आधार पर पुलिस ने अपरहण का मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में दर्ज की एफआईआर में अधीक्षण खनन अभियंता पन्नालाल मीणा के साथ रिटायर्ड कर्मचारी लेखराज मीणा और बाबू महेंद्र शर्मा भी आरोपी है. चंदा भट्ट ने दर्ज करवाई एफआईआर में उनके पति योगेश भट्ट 24 नवंबर 2019 को 6:00 बांसवाड़ा के लिए निकले थे, लेकिन उसके बाद से ही उनका कोई पता नहीं चल रहा है. इसमें यह भी जिक्र किया गया है कि योगेश भट्ट की खनन विभाग के अन्य अधिकारियों कार्मिकों से रंजिश चल रही थी.


Conclusion:मंत्री के करीबियों पर लगाए हैं कई गंभीर आरोप
चंदा भट्ट ने दर्ज करवाई इस एफआईआर में यह भी जिक्र किया गया है कि हाड़ौती के एक बड़े राजनेता और प्रदेश के सरकार में मंत्री के करीबियों के ऊपर गलत कार्य करवाने की बात कही गई है. साथ ही लिखा गया है कि उन्हें खनन विभाग के अधिकारियों ने इन राजनेताओं के इशारे पर ही एपीओ कर दिया.

Last Updated : Dec 28, 2019, 1:31 AM IST
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