कोटा. मध्यप्रदेश में तेज बारिश के चलते चंबल नदी पर बंधे सबसे बड़े बांध गांधी सागर में रिजर्व क्षमता से ज्यादा पानी की आवक हो रही है. ऐसे में बांध से पानी छोड़ा जा रहा है. इसी दौरान कोटा और आसपास के एरिया में लगातार गांधी सागर बांध को खतरा बताते हुए एक ऑडियो वायरल हो रहा है. जिस संबंध में जिला कलेक्टर और जल संसाधन विभाग राजस्थान के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना पड़ा.
बता दें कि इस वायरल ऑडियो में गांधी सागर बांध को खतरा बताते हुए वहां पर भयावह स्थिति का वर्णन किया गया है. जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता एजाजुद्दीन अंसारी ने कहा कि चंबल नदी पर बने चारों बांध पूरी तरह से सुरक्षित है.
उन्होंने यह भी कहा कि गांधी सागर बांध और कोटा बैराज 1960 में बने थे. जिस तरह की स्थिति अभी बनी हुई है. वैसी एक बार पहले भी बनी थी. जब गांधी सागर बांध में 19 लाख क्यूसेक पानी का इनफ्लो हुआ था, जबकि वहां से निकासी इतनी नहीं हो पाती है. वाटर रिजर्व लेवल से ज्यादा पानी बांध में आ गया था. साथ ही उन्होंने कहा कि कोटा बैराज गांधी सागर बांध जवाहर सागर बांध राणा प्रताप सागर बांध को किसी तरह का कोई खतरा नहीं है, चारों बांध पूरी तरह सुरक्षित है.
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जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि गांधी सागर बांध को खतरा बताते हुए एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जो पूरी तरह से गलत तथ्यों को बयान कर रहा है. इस ऑडियो में जो जानकारी दी जा रही है वह गलत है. उन्होंने कहा कि गांधी सागर बांध पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और मंदसौर जिला कलेक्टर से बात हुई है. इस तरह की कोई स्थिति वहां नहीं है.