कोटा. बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने 3 मई से 17 मई तक रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा लगाया है. जिसकी सख्ती से पालन करने को लेकर सोमवार को शहर पुलिस अधीक्षक शहर डॉ. विकास पाठक ने कलक्ट्रेट स्थित टैगोर सभागार में पुलिस अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान जन अनुशासन पखवाड़े की गाइडलाइन पालना की समीक्षा करते हुए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
उन्होंने बताया कि शहर में बढ़ते कोरोना को देखते हुए हर नाकाबंदी में चार पहिया वाहन और दो पहिया वाहनों को चेक कर ही जाने दें. दोपहर 12 बजे के बाद अनावश्यक घूमता पाया जाए तो उसे तुरंत आइसोलेट करें. उसकी नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही छोड़ा जाए. साथ ही बाइक और कार को जब्त किया जाए. बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर प्रवीण जैन सहित सभी उपाधीक्षक गण, थानाधिकारी गण उपस्थित रहे.
जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने कहा कि सभी अधिकारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा जारी जन अनुशासन पखवाड़ा गाइडलाइन की पालना सख्ती से करवाकर कोविड़ रोगियों के लिए ब्लॉकवार कोविड केयर सेन्टर बनाकर व्यवस्था करें. जिला कलेक्टर रविवार को वीसी के माध्यम से उपखण्डवार कोविड संक्रमण रोकथाम के प्रबन्धों की समीक्षा करते हुए विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि जन अनुशासन पखवाड़े के दौरान सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवाने पर ही कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ पाएंगे. सभी अधिकारी आपसी समन्यवय से कार्य करते हुए निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सूचना तन्त्र को मजबूत रखते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों से निरन्तर संवाद बनाए रखकर विवाह समारोह, धार्मिक, सामाजिक आयोजनों पर निगरानी रखें. किसी भी सूरत में भीड़ जमा नहीं हो. उन्होंने आमजनता को समझाइस के द्वारा सामाजिक, धार्मिक आयोजनों को स्थगित करवााने के निर्देश दिये.
पढ़ें- CM गहलोत की केंद्र सरकार से अपील- राजस्थान की सहायता करें, हमारे लिए एक-एक व्यक्ति की जान कीमती
उन्होंने कहा कि किसी भी जगह ऐसे आयोजनों में नियमों के उलंघन की सूचना मिलने पर जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने क्षेत्र के प्रबुद्व नागरिक संगठनों, स्वयं सहायता समूहों, टेंट, लाइट दुकानदारों को भी बड़े आयोजनों को स्थगित करवाने के लिए सहयोग के लिए प्ररित करने के निर्देश दिये. उन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में भी सभी नागरिकों को पंजीयन करवाने के लिए प्रेरित करने तथा ई-मित्र केन्द्रों की निगरानी रखने के निर्देश दिये.
जिला कलेक्टर ने कोविड रोगियों के इलाज के लिए किए जा रहे प्रबन्धों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर चिकित्सा संस्थान में कोविड केयर सेन्टर स्थापित कर स्थानीय स्तर पर रोगियों को समय पर इलाज करवाने के निर्देश दिए, जिससे कोटा नहीं आना पड़े. उन्होंने कहा कि सभी ब्लॉक मुख्यलयों पर दवाओं, ऑक्सीजन की उपलब्धता की जाएगी. बेड एवं आवश्यक संसाधन तैयार रखें.
उन्होंने इसके लिए प्रत्येक ब्लॉकवार पांच-पांच लाख रुपये का बजट आवंटित करने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोविड़ केयर सेन्टर के संचालन में स्थानीय भामाशाह, नागरिक संगठनों का भी सहयोग लेकर कार्य करें. गम्भीर रोगियों को समय पर कोटा रेफर करें. उन्होंने जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर भी सरकारी भवनों को आवश्यकता पड़ने पर कोविड केयर सेन्टर अथवा आइसोलेशन सेन्टर के रूप में काम लेने के लिए चिन्हित करने के निर्देश दिये.
26 सेंटरों पर होगा टीकाकरण
जिला कलेक्टर ने जिले में 18 से अधिक आयु के नागरकों के कोविड टीकाकरण अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि टीकाकरण केन्द्रों पर आवश्यक सुविधाएं पूरी रखी जाएं. जिस नागरिक कों टीका लगना हो उसे ही प्रवेश दें तथा अनावश्यक भीड़ जमा नहीं हो. कार्यवाहक आरसीएचओ डॉ. सुनील श्रंगी ने बताया कि जिले में 26 स्थानों पर टीकाकरण शुरू होगा. ऑनलाइन पंजीयन के बाद ही टीका लगेगा. उन्होंने बताया कि 45 से अधिक आयु के नागरिकों को ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड पर टीकाकरण की सुविधा रहेगी.