कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2022 (JEE MAIN 2022) के दोनों सेशन के आधार पर ऑल इंडिया रैंक और सेशन 2 के स्कोरकार्ड एनटीए जल्द जारी करेगी. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जुलाई सेशन के प्रोविजनल आंसर की, रिकार्डेड रिस्पांस शीट और प्रश्न पत्र 3 अगस्त को जारी कर दिए थे. जिन पर विद्यार्थियों को आपत्ति दर्ज कराने के लिए 5 अगस्त शाम 5 बजे तक का समय दिया था. ऐसे में अब नेशनल टेस्टिंग एजेंसी आपत्तियों पर कार्रवाई पूरी कर जल्द परिणाम घोषित कर सकती है.
जेईई एडवांस की फॉर्म फिलिंग तारीख 7 अगस्त है, ऐसे में इसके पहले जेईई मेन के परिणाम आ सकते हैं. इसके साथ ही जेईई एडवांस्ड 2022 के लिए टॉप 2.5 लाख स्टूडेंट्स की पात्रता भी जारी कर दी जाएगी. हालांकि बीते साल ऑल इंडिया रैंक 1 निकालने के लिए अलग फॉर्मूला लगाया गया था. इसके चलते 100 परसेंटाइल लाने वाले सभी 18 विद्यार्थी AIR-1 पर माने गए थे.
लेकिन इस वर्ष रिजल्ट में ऑल इंडिया रैंक पर एक ही विद्यार्थी रहेगा. बीते साल से सबक लेते (AIR Formula for JEE MAIN 2022) हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस बार स्कोर में टाई के फार्मूले को बदल दिया है. इसके चलते कई विद्यार्थियों का AIR-1 आना संभव नहीं है. जेईई मेन पहला सेशन 24 से 30 जून और दूसरा सेशन 25 से 30 जुलाई के मध्य आयोजित हुआ था. जिसमें 9 लाख से अधिक कैंडिडेट शामिल हुए थे.
कई स्टूडेंट्स के आएंगे परफेक्ट स्कोर : निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई मेन जून अटेम्प्ट में कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं, जिनके 300 में से 300 स्कोर आ रहे हैं. ऐसे ही जुलाई सेशन में भी कुछ विद्यार्थी हो सकते हैं, जिनका 300 में से 300 अंक हों. इन विद्यार्थियों के ऑल इंडिया रैंक निकालने के लिए सबसे अंतिम मापदण्ड के रूप में आयु और जेईई मेन आवेदन क्रमांक का आरोही क्रम ही निर्धारण होगा. ऐसे में जिन विद्यार्थियों के 300 अंक आने के साथ साथ 100 पर्सेंटाइल भी हैं, उन विद्यार्थियों की शीर्ष ऑल इंडिया रैंक आयु और जेईई मेन आवेदन क्रमांक के आधार पर जारी की जाएगी. ऐसे में यह संभावना बिल्कुल न्यूनतम हो जाती है कि दो विद्यार्थियों की आयु के साथ आवेदन क्रमांक भी समान हो.
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टाई लगने के बाद एआईआर निर्धारण के मापदंड: अमित आहूजा ने बताया कि इस वर्ष पहली बार विद्यार्थियों के हायर एनटीए स्कोर में टाई लगने पर रैंक के निर्धारण के लिए 9 मापदण्ड निर्धारित किए गए हैं. इसमें यदि दो विद्यार्थियों के टोटल एनटीए स्कोर समान आते हैं, तो ऑल इंडिया रैंक निर्धारण में सर्वप्रथम मैथेमेटिक्स का एनटीए स्कोर देखा जाएगा. यह समान होने पर फिजिक्स, इसके बाद कैमेस्ट्री का एनटीए स्कोर देखा जाएगा. फिर सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाएगा.
इस स्थिति में टाई लगने पर विषयवार मैथेमेटिक्स के सही व गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, यहां भी टाई लगने पर फिजिक्स के सही और गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात, उसमें टाई लगने पर कैमेस्ट्री के सही व गलत उत्तरों की संख्या का अनुपात देखा जाएगा. इन मापदण्डों में भी टाई लगने की स्थिति में जिस विद्यार्थी की आयु ज्यादा होगी, उसे ऑल इंडिया रैंक में प्राथमिकता दी जाएगी. आयु के मापदण्ड के स्तर पर ही भी यदि टाई की स्थिति बनती है, आवेदन क्रमांक के आरोही क्रम को प्राथमिकता दी जाएगी.