ETV Bharat / city

मिठाई के डिब्बे में नोट के साथ पकड़े गए IRS शशांक एक दिन की रिमांड पर, पूछताछ में बताई राशि किसी और की - Kota Bribery Case

आईआरएस अधिकारी डॉ. शशांक यादव को एसीबी ने गुरुवार को न्यायालय में पेश किया. जहां से 1 दिन का और रिमांड एसीबी के अधिकारियों को मिला है. एसीबी के अफीम फैक्ट्री गाजीपुर के महाप्रबंधक डॉ. शशांक यादव से राशि के सोर्स के बारे में पूछताछ करेगी.

कोटा रिश्वत केस, Kota Bribery Case
IRS शशांक एक दिन की रिमांड पर
author img

By

Published : Jul 22, 2021, 5:30 PM IST

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को 16 लाख रुपए से ज्यादा राशि के साथ 17 जुलाई को पकड़े गए आईआरएस अधिकारी डॉ. शशांक यादव को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया. जहां से 1 दिन का और रिमांड एसीबी के अधिकारियों को मिला है.

पढ़ेंः अफीम किसानों से अवैध वसूलीः एसीबी ने पीड़ित काश्तकारों से की अपील, कहा- हम से आकर करें शिकायत

एसीबी के अफीम फैक्ट्री गाजीपुर के महाप्रबंधक डॉ शशांक यादव से राशि के सोर्स के बारे में पूछताछ करेगी. एसीबी के पुलिस उप अधीक्षक धर्मवीर ने बताया कि डॉ. शशांक यादव ने पहले राशि के बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया था. वह जांच में सहयोग भी नहीं कर रहे थे.

IRS शशांक एक दिन की रिमांड पर

पैसे को लेकर कुछ भी जानकारी होने से इंकार कर रहे थे और कुछ कहानियां भी बना रहे थे, लेकिन उन्होंने अब इस राशि के बारे में कुछ नाम लिए हैं. ऐसे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अब उन व्यक्तियों से भी पूछताछ करेगी कि यह राशि उन्होंने डॉ. शशांक यादव को दी है या नहीं। इसीलिए एसीबी ने दो दिन का रिमांड मांगा गया था, लेकिन न्यायालय ने एक दिन का ही पुलिस रिमांड दिया है.

दूसरी तरफ से इंडियन रेवेन्यू सर्विस के अधिकारी डॉ. शशांक यादव को पहले ही केंद्र सरकार ने अवैध रूप से राशि के साथ पकड़े जाने के बाद निलंबित किया है. नीमच से बड़ी मात्रा में जप्त किए कागजात एसीबी की एक टीम को नीमच अफीम फैक्ट्री कोटा से भेजा गया था. जिसकी जांच पूरी कर ली थी और अब वे वापस कोटा आ गए हैं.

पढ़ेंः गाजीपुर अफीम फैक्ट्री का महाप्रबंधक मिठाई के डिब्बे में ले जा रहा था वसूली के 16 लाख रुपए, कोटा ACB ने रास्ते में धर दबोचा

एसीबी के अधिकारियों ने अफीम फैक्ट्री नीमच से बड़ी मात्रा में भी रिकॉर्ड तलब किया है. जिनके अनुसार ही एसीबी यह पड़ताल कर रही है कि यह राशि किसानों से उगाई गई थी. साथ ही अभी सामने आ रहा है कि इस मामले में कुछ दलाल शामिल है, जिन तक अफीम के सैंपल के फेल होने की जानकारी कोडिंग टीम के सहयोग से किसान के बारे में पूरी पहुंचाई जाती थी. उन किसानों से ही नमूना फेल होने की एवज में अवैध वसूली दलालों के जरिए हो रही थी.

कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को 16 लाख रुपए से ज्यादा राशि के साथ 17 जुलाई को पकड़े गए आईआरएस अधिकारी डॉ. शशांक यादव को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया. जहां से 1 दिन का और रिमांड एसीबी के अधिकारियों को मिला है.

पढ़ेंः अफीम किसानों से अवैध वसूलीः एसीबी ने पीड़ित काश्तकारों से की अपील, कहा- हम से आकर करें शिकायत

एसीबी के अफीम फैक्ट्री गाजीपुर के महाप्रबंधक डॉ शशांक यादव से राशि के सोर्स के बारे में पूछताछ करेगी. एसीबी के पुलिस उप अधीक्षक धर्मवीर ने बताया कि डॉ. शशांक यादव ने पहले राशि के बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया था. वह जांच में सहयोग भी नहीं कर रहे थे.

IRS शशांक एक दिन की रिमांड पर

पैसे को लेकर कुछ भी जानकारी होने से इंकार कर रहे थे और कुछ कहानियां भी बना रहे थे, लेकिन उन्होंने अब इस राशि के बारे में कुछ नाम लिए हैं. ऐसे में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अब उन व्यक्तियों से भी पूछताछ करेगी कि यह राशि उन्होंने डॉ. शशांक यादव को दी है या नहीं। इसीलिए एसीबी ने दो दिन का रिमांड मांगा गया था, लेकिन न्यायालय ने एक दिन का ही पुलिस रिमांड दिया है.

दूसरी तरफ से इंडियन रेवेन्यू सर्विस के अधिकारी डॉ. शशांक यादव को पहले ही केंद्र सरकार ने अवैध रूप से राशि के साथ पकड़े जाने के बाद निलंबित किया है. नीमच से बड़ी मात्रा में जप्त किए कागजात एसीबी की एक टीम को नीमच अफीम फैक्ट्री कोटा से भेजा गया था. जिसकी जांच पूरी कर ली थी और अब वे वापस कोटा आ गए हैं.

पढ़ेंः गाजीपुर अफीम फैक्ट्री का महाप्रबंधक मिठाई के डिब्बे में ले जा रहा था वसूली के 16 लाख रुपए, कोटा ACB ने रास्ते में धर दबोचा

एसीबी के अधिकारियों ने अफीम फैक्ट्री नीमच से बड़ी मात्रा में भी रिकॉर्ड तलब किया है. जिनके अनुसार ही एसीबी यह पड़ताल कर रही है कि यह राशि किसानों से उगाई गई थी. साथ ही अभी सामने आ रहा है कि इस मामले में कुछ दलाल शामिल है, जिन तक अफीम के सैंपल के फेल होने की जानकारी कोडिंग टीम के सहयोग से किसान के बारे में पूरी पहुंचाई जाती थी. उन किसानों से ही नमूना फेल होने की एवज में अवैध वसूली दलालों के जरिए हो रही थी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.