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अमरूद के बगीचे में सौंफ के नजदीक की जा रही थी अफीम की खेती, 80 लाख की फसल को CBN ने करवाया नष्ट - नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो

एनसीबी ने सवाई माधोपुर जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 2 बीघा जमीन पर से अवैध रूप से अफीम की काश्त को पकड़ा है. साथ ही मौके पर से 400 ग्राम अफीम भी बरामद की है, जो कि करीब एक लाख रुपए की है. यह कार्रवाई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मुखबिर की सूचना पर की है. मौके से तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही करीब 80 लाख रुपए की फसल को भी नष्ट करवाया गया है.

Opium cultivation in Kota, सवाई माधोपुर में सौंफ के पास अफीम की खेती
सवाई माधोपुर में सौंफ के पास अफीम की खेती
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Published : Mar 3, 2021, 7:19 PM IST

कोटा. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने सवाई माधोपुर जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 2 बीघा जमीन पर से अवैध रूप से अफीम की काश्त को पकड़ा है. साथ ही मौके पर से 400 ग्राम अफीम भी बरामद की है, जो कि करीब एक लाख रुपए की है. यह कार्रवाई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मुखबिर की सूचना पर की है. मौके से तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही करीब 80 लाख रुपए की फसल को ट्रैक्टर से हकाई कराते हुए नष्ट करवाया गया है.

पढ़ेंः पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास के दौरान बड़ा हादसा, बैरल फटने से 1 सैनिक शहीद, 2 गंभीर घायल

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के उपायुक्त विकास जोशी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर इलाके में काफी बड़ी मात्रा में अफीम की खेती की जा रही है. ऐसे में जब टीम को मौके पर भेजा गया, तो वहां पर उन्होंने सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर थाना इलाके की टेक की झोपड़ी भारजा नदी के नजदीक खातेदारी की जमीन पर अफीम की खेती की जा रही थी.

सवाई माधोपुर में सौंफ के पास अफीम की खेती

सबसे खास बात यह है कि यह अमरूदों के बगीचे में सौंफ के बीच में खेती की जा रही थी. जिससे की आम जनता को पता नहीं चले. साथ ही मौके पर चीरा लगाकर अफीम निकालने का भी काम किया जा रहा था. जिन को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके पास से 400 ग्राम अफीम भी बरामद हुई है.

अफीम निकालने के लिए बारां जिले से ले गए

बारां और झालावाड़ जिले के बॉर्डर पर हरनावदा मनोहर थाना के बीच में अफीम की खेती काफी की जाती है. ऐसे में यहां से भी अफीम निकालने के लिए खेत मालिक मजदूरों को लेकर गया था, जो कि चीरा लगाकर अफीम डोडो से निकाल रहे थे. ऐसे में गिरफ्तार आरोपियों में राजकिशोर और बापू उसे भगत निवासी लक्ष्मीपुरा हरनावदा जिला बारां को गिरफ्तार किया है. इनके साथ ही समय माधोपुर जिले के बामनवास तहसील के सराय निवासी राजू लाल भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के हत्थे चढ़े हैं.

पढ़ेंः रुद्राक्ष हत्याकांड : अंकुर पाडिया को राहत, HC ने फांसी की सजा को आजीवन कारावास में बदला

पौने दो बीघा जमीन पर की जा रही थी खेती

एनसीबी के अधिकारियों ने जहां पर अफीम की खेती की गई थी, वह 4380 वर्ग मीटर एरिया है, यानी कि करीब पौने दो बीघा में खेती की जा रही थी. खेत मालिक मौके पर नहीं मिला है. गिरफ्तार हुए तीनों लोग मजदूर हैं, ऐसे में अब मुकदमा दर्ज कर खेत मालिक की तलाश की जा रही है, वह फरार है.

साथ ही उन्होंने बताया कि लंबे-लंबे क्यारियों में खेती की जा रही थी. जिस तरह से अफीम की खेती अफीम बेल्ट में होती है. वैसी ही खेती और उतनी ही उपजाऊ यह फसल थी. इस पूरी अफीम का अगर पैदावार करके बेच दी जाती, तो करीब 80 लाख रुपए की अवैध कमाई खेत मालिक को हो जाती है. इस कार्रवाई के दौरान सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के निरीक्षक जेपी मीणा, आरके प्रसाद, बलवंत कुमार, पूरणमल मीणा, आरके चौधरी, लिपिक गजराज मीणा और वाहन चालक रामगोपाल शामिल थे.

कोटा. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने सवाई माधोपुर जिले में बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 2 बीघा जमीन पर से अवैध रूप से अफीम की काश्त को पकड़ा है. साथ ही मौके पर से 400 ग्राम अफीम भी बरामद की है, जो कि करीब एक लाख रुपए की है. यह कार्रवाई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मुखबिर की सूचना पर की है. मौके से तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही करीब 80 लाख रुपए की फसल को ट्रैक्टर से हकाई कराते हुए नष्ट करवाया गया है.

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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के उपायुक्त विकास जोशी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर इलाके में काफी बड़ी मात्रा में अफीम की खेती की जा रही है. ऐसे में जब टीम को मौके पर भेजा गया, तो वहां पर उन्होंने सवाई माधोपुर के मलारना डूंगर थाना इलाके की टेक की झोपड़ी भारजा नदी के नजदीक खातेदारी की जमीन पर अफीम की खेती की जा रही थी.

सवाई माधोपुर में सौंफ के पास अफीम की खेती

सबसे खास बात यह है कि यह अमरूदों के बगीचे में सौंफ के बीच में खेती की जा रही थी. जिससे की आम जनता को पता नहीं चले. साथ ही मौके पर चीरा लगाकर अफीम निकालने का भी काम किया जा रहा था. जिन को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके पास से 400 ग्राम अफीम भी बरामद हुई है.

अफीम निकालने के लिए बारां जिले से ले गए

बारां और झालावाड़ जिले के बॉर्डर पर हरनावदा मनोहर थाना के बीच में अफीम की खेती काफी की जाती है. ऐसे में यहां से भी अफीम निकालने के लिए खेत मालिक मजदूरों को लेकर गया था, जो कि चीरा लगाकर अफीम डोडो से निकाल रहे थे. ऐसे में गिरफ्तार आरोपियों में राजकिशोर और बापू उसे भगत निवासी लक्ष्मीपुरा हरनावदा जिला बारां को गिरफ्तार किया है. इनके साथ ही समय माधोपुर जिले के बामनवास तहसील के सराय निवासी राजू लाल भी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के हत्थे चढ़े हैं.

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पौने दो बीघा जमीन पर की जा रही थी खेती

एनसीबी के अधिकारियों ने जहां पर अफीम की खेती की गई थी, वह 4380 वर्ग मीटर एरिया है, यानी कि करीब पौने दो बीघा में खेती की जा रही थी. खेत मालिक मौके पर नहीं मिला है. गिरफ्तार हुए तीनों लोग मजदूर हैं, ऐसे में अब मुकदमा दर्ज कर खेत मालिक की तलाश की जा रही है, वह फरार है.

साथ ही उन्होंने बताया कि लंबे-लंबे क्यारियों में खेती की जा रही थी. जिस तरह से अफीम की खेती अफीम बेल्ट में होती है. वैसी ही खेती और उतनी ही उपजाऊ यह फसल थी. इस पूरी अफीम का अगर पैदावार करके बेच दी जाती, तो करीब 80 लाख रुपए की अवैध कमाई खेत मालिक को हो जाती है. इस कार्रवाई के दौरान सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के निरीक्षक जेपी मीणा, आरके प्रसाद, बलवंत कुमार, पूरणमल मीणा, आरके चौधरी, लिपिक गजराज मीणा और वाहन चालक रामगोपाल शामिल थे.

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