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किसानों ने गुडला के पास दिल्ली-मुंबई ट्रैक को किया 4 घंटे जाम, करीब 15 से ज्यादा ट्रेनें रही प्रभावित

कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध बढ़ता जा रहा है. वहीं, गुरुवार को चक्का जाम का असर कोटा में भी दिखाई दिया. कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसानों ने गुडला के पास दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक को जाम किया. इस दौरान किसान ने हाथों में झंडे-बैनर लेकर प्रदर्शन किया.

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग, Kota's latest Hindi news
कोटा में किसानों ने गुडला के पास दिल्ली-मुंबई ट्रैक को किया जाम
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Published : Feb 18, 2021, 5:32 PM IST

Updated : Feb 18, 2021, 7:16 PM IST

कोटा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति कोटा ने कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर देशव्यापी ट्रेन के चक्का जाम में गुरुवार को रेलवे पटरी पर जाम लगाया है. बड़ी संख्या में किसान यूनियन के सदस्य एकत्रित होकर गुडला के नजदीक रेलवे ट्रैक पर जा पहुंचे. इन्होंने दिल्ली मुंबई मेल लाइन को ब्लॉक कर दिया है. ये लोग झंडे- बैनर लेकर वहां पर काफी देर तक प्रदर्शन करते रहे और पटरी पर बैठे रहे. इन्होंने 12 से शाम 4 बजे तक पटरी को ब्लॉक किया.

इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा यात्री और गुड्स ट्रेनें प्रभावित रही है. जिन्हें की कोटा सहित रेलमंडल के अन्य स्टेशनों पर ही खड़ा किया गया. साथ ही दिल्ली और मुम्बई से आने वाली सारी ट्रेनें धीमी गति से ही चलाई जा रही है. ताकि यात्री भी परेशान नहीं हो.

कोटा में किसानों ने गुडला के पास दिल्ली-मुंबई ट्रैक को किया जाम

अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा ने साफ कहा कि वह पटरी पर बैठे हुए हैं, हम पूरी तरह से सत्याग्रह के साथ किसी भी वस्तु को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं. रेलवे की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं. अगर कोई ट्रेन आती भी है, तो वो अपने आप ही रुक जाएगी. क्योंकि कोई भी ट्रेन चलाने वाला व्यक्ति या मोदी सरकार के भी मंत्री इतने निर्दयी नहीं हो सकते हैं. जो ट्रैक बैठे हुए किसानों के ऊपर से ट्रेन गुजरने देंगे. सभी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं और इसको रद्द करवा कर ही छोड़ेंगे.

मोदी सरकार ने 250 किसानों की मौत के बाद भी एक भी शब्द संवेदना का व्यक्त उनके लिए नहीं किया है. किसानों के रेलवे ट्रैक को जाम करने के आंदोलन को देखते हुए पहले से ही बड़ी संख्या में राजस्थान पुलिस के जवान भी तैनात किए गए थे. साथ ही रेलवे सुरक्षा बल के जवान भी लगाए गए थे.

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग, Kota's latest Hindi news
कोटा में किसानों ने किया रेलवे ट्रैक को जाम

कोटा के अलग-अलग स्टेशनों पर खड़ी है ट्रेन, जाम के बाद निकाली जाएंगी

करीब 14 के आसपास गाड़ियां अभी प्रभावित हुई है और उन्हें धीरे-धीरे कोटा के नजदीकी स्टेशनों पर चला कर लाया जा रहा है. ताकि जैसे ये जाम खोलें उन्हें पास करवाया जा सके कोटा स्टेशन पर जो ट्रेनें खड़ी है. उनमें इंदौर - जोधपुर और निजामुद्दीन दूरंतो शामिल है. इसके अलावा दाढ़ देवी स्टेशन पर भी अवध एक्सप्रेस ट्रेन को खड़ा किया गया है.

पढ़ें- झालावाड़: सेना भर्ती रैली निरस्त होने के विरोध में युवाओं का आक्रोश, किया विरोध-प्रदर्शन

वहीं सवाई माधोपुर स्टेशन पर जोधपुर इंदौर ट्रेन खड़ी हुई है. कुछ ट्रेनों को गंगापुर बयाना की तरफ खड़ा किया गया है. वहीं, बाकी ट्रेनें रामगंजमंडी और रतलाम रेलवे ट्रैक के स्टेशनों पर भी हैं. इसके अलावा अजीमाबाद एक्सप्रेस बयाना से धीरे धीरे चलाया जा रहा है. पूरा एहतियातन रेलवे बरत रहा है, ताकि यात्रियों को परेशानी नहीं हो, ट्रेनें नजदीकी स्टेशनों पर चला कर धीरे-धीरे लाई जा रही है. ताकि जैसे ही जाम हटे इन ट्रेनों को तुरंत निकाला जा सके.

कोटा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति कोटा ने कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर देशव्यापी ट्रेन के चक्का जाम में गुरुवार को रेलवे पटरी पर जाम लगाया है. बड़ी संख्या में किसान यूनियन के सदस्य एकत्रित होकर गुडला के नजदीक रेलवे ट्रैक पर जा पहुंचे. इन्होंने दिल्ली मुंबई मेल लाइन को ब्लॉक कर दिया है. ये लोग झंडे- बैनर लेकर वहां पर काफी देर तक प्रदर्शन करते रहे और पटरी पर बैठे रहे. इन्होंने 12 से शाम 4 बजे तक पटरी को ब्लॉक किया.

इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा यात्री और गुड्स ट्रेनें प्रभावित रही है. जिन्हें की कोटा सहित रेलमंडल के अन्य स्टेशनों पर ही खड़ा किया गया. साथ ही दिल्ली और मुम्बई से आने वाली सारी ट्रेनें धीमी गति से ही चलाई जा रही है. ताकि यात्री भी परेशान नहीं हो.

कोटा में किसानों ने गुडला के पास दिल्ली-मुंबई ट्रैक को किया जाम

अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा ने साफ कहा कि वह पटरी पर बैठे हुए हैं, हम पूरी तरह से सत्याग्रह के साथ किसी भी वस्तु को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं. रेलवे की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं. अगर कोई ट्रेन आती भी है, तो वो अपने आप ही रुक जाएगी. क्योंकि कोई भी ट्रेन चलाने वाला व्यक्ति या मोदी सरकार के भी मंत्री इतने निर्दयी नहीं हो सकते हैं. जो ट्रैक बैठे हुए किसानों के ऊपर से ट्रेन गुजरने देंगे. सभी किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं और इसको रद्द करवा कर ही छोड़ेंगे.

मोदी सरकार ने 250 किसानों की मौत के बाद भी एक भी शब्द संवेदना का व्यक्त उनके लिए नहीं किया है. किसानों के रेलवे ट्रैक को जाम करने के आंदोलन को देखते हुए पहले से ही बड़ी संख्या में राजस्थान पुलिस के जवान भी तैनात किए गए थे. साथ ही रेलवे सुरक्षा बल के जवान भी लगाए गए थे.

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग, Kota's latest Hindi news
कोटा में किसानों ने किया रेलवे ट्रैक को जाम

कोटा के अलग-अलग स्टेशनों पर खड़ी है ट्रेन, जाम के बाद निकाली जाएंगी

करीब 14 के आसपास गाड़ियां अभी प्रभावित हुई है और उन्हें धीरे-धीरे कोटा के नजदीकी स्टेशनों पर चला कर लाया जा रहा है. ताकि जैसे ये जाम खोलें उन्हें पास करवाया जा सके कोटा स्टेशन पर जो ट्रेनें खड़ी है. उनमें इंदौर - जोधपुर और निजामुद्दीन दूरंतो शामिल है. इसके अलावा दाढ़ देवी स्टेशन पर भी अवध एक्सप्रेस ट्रेन को खड़ा किया गया है.

पढ़ें- झालावाड़: सेना भर्ती रैली निरस्त होने के विरोध में युवाओं का आक्रोश, किया विरोध-प्रदर्शन

वहीं सवाई माधोपुर स्टेशन पर जोधपुर इंदौर ट्रेन खड़ी हुई है. कुछ ट्रेनों को गंगापुर बयाना की तरफ खड़ा किया गया है. वहीं, बाकी ट्रेनें रामगंजमंडी और रतलाम रेलवे ट्रैक के स्टेशनों पर भी हैं. इसके अलावा अजीमाबाद एक्सप्रेस बयाना से धीरे धीरे चलाया जा रहा है. पूरा एहतियातन रेलवे बरत रहा है, ताकि यात्रियों को परेशानी नहीं हो, ट्रेनें नजदीकी स्टेशनों पर चला कर धीरे-धीरे लाई जा रही है. ताकि जैसे ही जाम हटे इन ट्रेनों को तुरंत निकाला जा सके.

Last Updated : Feb 18, 2021, 7:16 PM IST
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