कोटा. शहर की सैकड़ों कॉलोनियों में चंबल नदी का पानी नहीं पहुंच पा रहा है. इसके चलते यहां के निवासी फ्लोराइड युक्त बोरिंग का पानी पीने को मजबूर हैं. इसी समस्या को लेकर आज पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता महेश जांगिड़ से मिलने पहुंचे. इसी दौरान राजावत ने उन्हें जबरन फ्लोराइड युक्त पानी पिला (Rajawat forced ACE to drink fluoride water) दिया.
एडिशन चीफ इंजीनियर इसके लिए मना कर रहे थे, लेकिन राजावत ने यह पानी पिला कर उनसे कहा कि लोगों को इस फ्लोराइड युक्त पानी की समस्या से मुक्त करवाओ. इस दौरान दादाबाड़ी थाना पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन उन्होंने राजावत को रोकने का प्रयास नहीं किया. साथ ही राजावत ने चेतावनी भी दी है कि अगर प्रदेश की सरकार और स्वायत्त शासन एवं नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल भी इस पर काम नहीं कर रहे हैं. ऐसा ही चलता रहा तो वे इसके लिए कोटा बंद का आयोजन करेंगे.
राजावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह जलदाय विभाग की लापरवाही का मामला है. कोटा शहर में चंबल नदी में अथाह पानी है, लेकिन लगभग 300 कॉलोनियों और 50 बहुमंजिला इमारतों में पानी के कनेक्शन नहीं हैं. लाखों लोग क्लोराइड का पानी पी रहे हैं. कोटा शहर को चंबल नदी का वरदान है, इसके बावजूद भी शुद्ध पानी लोगों तक नहीं पहुंच रहा है. जलदाय विभाग आंखें मूंद कर बैठा हुआ है. लोगों की आंखें और घुटने खराब हो रहे हैं. कम उम्र के लोगों के बाल लगातार झड़ रहे हैं. लोगों कुबड़ेपन का शिकार हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि धारीवाल शहर में सौंदर्यीकरण के लिए चार हजार करोड़ के कार्य करवा रहे हैं, लेकिन पीने के पानी का नया फिल्टर प्लांट नहीं बना रहे हैं. राजावत ने कहा कि यह गंभीर समस्या है. लाखों लोग कोटा बंद की तैयारी में हैं.