कोटा. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते स्टॉफ की कमी नजर आ रही थी. ऐसे में कोटा संभाग के बारां, झालावाड़ और बूंदी से करीब 60 नर्सिंग कर्मचारियों को कोटा मेडिकल कॉलेज में लगाया गया. लेकिन उनके रहने खाने की व्यवस्था नहीं होने पर उन्होंने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही कोविड अस्पताल का निरीक्षण करने आए शासन सचिव चिकित्सा, शिक्षा विभाग से आए वैभव गलेरिया को इस संबंध में ज्ञापन दिया.
कर्मचारियों ने बताया कि हम दूर दराज से आए हैं, यह अच्छी बात है कि हमें कोविड में काम करने का मौका मिला. लेकिन, हमारे घर करीब 100 से 150 किमी दूर हैं. ऐसे में हम रोज अपडाउन भी नहीं कर सकते. हमे यहां रहने और खाने की समस्या सता रही है. यहां के प्रशासन से यही मांग करते हैं कि हमें रहने की व्यवस्था की जाए.
यह भी पढ़ें: बूंदी में भी आदिवासी समाज का प्रदर्शन, शिक्षक भर्ती को ST कोटे से भरने की मांग
वहीं दूसरी ओर मेडिकल कालेज अस्पताल में कार्यरत सविंदा नर्सिंग कर्मचारी और कम्प्यूटर ऑपरेटरों ने वेतन नहीं मिलने और पीएफ जमा नहीं होने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. साथ ही इस संबंध में शासन सचिव का घेराव कर ज्ञापन दिया. कर्मचारियों का कहना है कि पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है. जो कि कोविड में हम जी जान से काम कर रहे हैं. साथ ही हमारा पीएफ तक ठेकेदार जमा नहीं कर रहा है. उन लोगों ने चेतावनी देते हुए बताया कि हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो आगे उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.