कोटा. सांगोद सीट से कांग्रेस विधायक भरत सिंह एक बार फिर अपनी ही सरकार के मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. अवैध खनन के मुद्दे को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है.
अपनी ही सरकार के खिलाफ लामबंद होने के बाद राजस्थान की सरकार बाड़ेबंदी में रही और अब आजाद हुई है, लेकिन कलह अभी भी जारी है. राजस्थान के कोटा जिले की सांगोद सीट से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह ने अपनी ही सरकार के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. इसमें साफ शब्दों में कहा है कि सरकार भ्रष्ट लोगों को सजा नहीं देगी तो भ्रष्टाचार से मुकाबला कभी नहीं कर सकेगी.
मामले के अनुसार, बारां जिले के अटरू इलाके में अवैध रेत खनन करते हुए 4 जनों की दबकर मौत हो गई थी. इस मामले के बाद ही कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. जिसमें साफ कहा है कि बारां जिले में अवैध रेत निकालने का धंधा जबरदस्त चल रहा है. छोटे-छोटे मजदूरों से रेत निकालने के नाम पर पैसा दिया जाता है. छोटे मजदूरों की मेहनत से बड़े बड़े ठेकेदार रेत की कालाबाजारी कर रहे हैं और इस अवैध धंधे में लिप्त हैं.
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भरत सिंह ने अपने इस पत्र में यह भी हवाला दिया है कि उन्होंने बीते साल 19 अक्टूबर को भी अवैध रेत की निकासी और खनन माफियाओं को संरक्षण देने वाले राजनीतिक लोगों पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था. हालांकि उस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है. इसी के चलते बारां जिले में 21 अगस्त को 4 मजदूरों के अवैध खनन करते हुए मौत हुई. भरत सिंह ने गुरुवार को लिखे इस पत्र में अवैध रेत के धंधे से फिर अवगत कराया है. उन्होंने बारां जिले में अवैध रेत पर तत्काल रोक लगाए जाने और जो राजनीतिक लोग इस धंधे में लिप्त हैं उन पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.