कोटा. शहर में कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार ने इमरजेंसी लागू कर दी है. जिसके चलते 31 मार्च तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश दिए गए है. जिसका सीधा असर कोटा एजुकेशन सिटी में इंजीनियरिग और मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों पर पड़ा है. जिसके चलते कोचिंग संस्थान में छुट्टी होने से स्टूडेंट्स को पढ़ाई की चिंता सताने लगी है.
कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश में इमरजेंसी लागू कर दी गई है. सरकार ने 30 मार्च तक प्रदेश के सभी कोचिंग सेंटर, स्कूल, कॉलेज, जिम और थिएटर बंद कर दिए हैं. इसका असर कोटा एजुकेशन सिटी में मेडिकल और इंजीनियरिग की कोचिंग कर रहे स्टूडेंट्स पर पड़ रहा है. वहीं इनके एग्जाम नजदीक होने से परेशानी बड़ा दी है.
पढ़ें- नसीराबाद छावनी परिषद चुनावः मौजूदा उपाध्यक्ष योगेश सोनी क्या पुनः पहनेंगे ताज या होगा कोई और सरताज!
निजी कोचिंग के वाइस प्रेसिडेंट सी आर चौधरी ने बताया कि आगामी परीक्षा को देखते हुए उनका नुकसान नहीं हो, इसके लिए ऑन लाइन और फोन के जरिये उनके टेस्ट को सॉल्व करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि सभी कोचिंग संस्थानों में बायोमेट्रिक बंद कर दिए और साथ ही बाहर से आकर कोचिंग कर रहे हर स्टूडेंट्स की जिम्मेदारी भी हमारी होती है. इस लिए उनका हर सम्भव ध्यान रखा जा रहा है.