कोटा. जिले में अतिवृष्टि से इस बार 70 फीसदी फसलें खराब हो चुकी है. वहीं, कई खेत ऐसे हैं जिनमें अभी भी पानी भरा हुआ है. फसल बीमा क्लेम के लिए ऑनलाइन आवेदन के एक महीने बाद भी किसानों को जारी होने वाली 25 फीसदी राशि नहीं मिली है. ऐसे में बुधवार को भाजपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल पूर्व विधायक हीरालाल नागर के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचा. जहां पर उन्होंने जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा से मुलाकात की.
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि लगातार बारिश के कारण किसानों की उड़द और सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है. खेतों में पानी भराव के कारण पैदल चलने में भी जमीन धंस रही है. उन्होंने कहा कि किसान बर्बादी के कगार पर है. ऐसे में किसानों को ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किए थे, लेकिन तत्कालीन सहायता उपलब्ध नहीं हो सकी है. उन्होंने बताया कि कृषि विभाग और राजस्व विभाग की ओर से क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट किए जा रहे हैं, लेकिन इसके लिए किसानों को विश्वास में नहीं लिया गया है.
भाजपा प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि ग्रामवासियों की शिकायत है कि राजस्व विभाग के पटवारियों और पटवार मंडल का अधिक भार होने के कारण क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट में शामिल नहीं हो रहे हैं. दूसरी तरफ कृषि पर्यवेक्षक भी किसानों को साथ लेकर फ्यूचर जनरल इंश्योरेंस कंपनी के प्रतिनिधियों से मिलकर अधिक उपज का रिकॉर्ड तैयार कर रहे हैं. जिसके कारण किसानों को उचित क्लेम मिलने में समस्या आ सकती है.
वहीं, भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा से आश्वासन मिला है कि किसानों की समस्याओं का जल्द ही समाधान हो जाएगा. भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में भाजपा देहात जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह अमृतकुआं, महामंत्री योगेंद्र नंदवाना अलकू सहित कई नेता शामिल थे.