कोटा. भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को कोविड-19 महामारी के दौरान हर घर दवा पहुंचाने और रिक्त पड़े मेडिकल स्टाफ के पदों को भरने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ से मिलने पहुंचा. इसके बाद मांगों को लेकर तीन सदस्य प्रतिनिधि मंडल से असहमति होने पर कलेक्टर के कक्ष में ही धरने पर बैठ गए. इनका नेतृत्व खुद प्रदेश महामंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर ने किया. इसमें कोटा शहर जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी रामबाबू और देहात जिलाध्यक्ष मुकुट नागर शामिल थे.
पढ़ें: कोविड की चुनौती में आयुष चिकित्सा पद्धतियों की विशेष भूमिका: CM गहलोत
जिला कलेक्टर कक्ष में ही करीब एक घंटे तक धरने पर बैठने के बाद आखिर में जिला कलेक्टर राठौड़ के आश्वासन के बाद सभी धरना समाप्त कर वापस लौट गए. भाजपा प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर का कहना है कि उनकी मांग वाजिब थी. इसमें सरकार ने खुद आदेश दिए हैं कि कोविड-19 से बचाव की दवाई हर घर में पहुंचने चाहिए, जो कि नहीं पहुंच रही है. इस मांग को भी जिला कलेक्टर राठौड़ ने मानने से इनकार कर दिया था.
मदन दिलावर ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सभी खाली पड़े रिक्त पदों को तुरंत अर्जेंट टेंपरेरी बेस से भरने की मांग हमने की गई थी, जिस पर भी हमारी सहमति नहीं बन पाई थी. इन्हीं मांग को लेकर ही हम धरने पर बैठ गए थे. बाद में खुद जिला कलेक्टर राठौड़ ने आश्वस्त किया है कि सभी नागरिकों को घरों पर दवाई पहुंचाई जाएगी. चाहे वो कोविड-19 संक्रमित हैं या नहीं. इसके अलावा जितने भी नर्सिंग स्टाफ, चिकित्सक, लैब असिस्टेंट लैब अटेंडेंट के पद रिक्त हैं, उन्हें तुरंत अर्जेंट टेंपरेरी बेस से भरा जाएगा.