कोटा. एमबीएस अस्पताल में रविवार को मृतका का उपचार करवाने को लेकर जमकर हंगामा (Ruckus in MBS Hospital) हुआ. मृतका का उपचार करवाने पर अड़े परिजनों पर पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी. इससे पहले परिजन चिकित्सकों से उलझ गए. उन्हें इलाज से मना करने पर खरी-खोटी सुनाई.
मामला विज्ञान नगर से अस्पताल लाई गई बादाम बाई का है. बादाम को लेकर परिजन एमबीएस अस्पताल पहुंचे. चिकित्सकों ने उसकी ईसीजी के आधार पर मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद महिला का पति शंभू दयाल, बेटा और दो बेटियां हंगामा करने लगे. उन्होंने चिकित्सकों पर पहले तो इलाज नहीं करने का आरोप लगाया. इस पर एमबीएस अस्पताल चौकी प्रभारी नवल किशोर शर्मा पहुंचे. चौकी प्रभारी ने इमरजेंसी में बैठे चिकित्सकों से एक बार फिर महिला की जांच करने का आग्रह किया.
इस पर चिकित्सकों ने दोबारा भी पहले वाली बात ही दोहराई, लेकिन महिला के परिजन अड़ गए कि उसके शॉक लगाए जाएं. इस पर चिकित्सकों ने कहा कि ईसीजी में जानकारी मिलने के बाद ही शॉक लगाए जाते हैं. इस पर परिजन चिकित्सकों से ही उलझने लगे. ऐसे में एमबीएस चौकी पुलिस ने उन्हें इमरजेंसी रूम से बाहर निकाल दिया. वे करीब 1 घंटे तक शव को लेकर वहीं पर खड़े रहे. इसके बाद चौकी पुलिस ने नयापुरा थाने से अतिरिक्त जाब्ता और महिला कॉन्स्टेबल भी बुलाए. मृतका के परिजनों को वहां से बाहर निकालना शुरू किया. इस पर परिजन पुलिस से भी उलझ गए.
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इसके बाद पुलिस ने लाठियां भांजते हुए बलपूर्वक उन्हें खदेड़ दिया. शव को अपने कब्जे में ले लिया और एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. बाद में विज्ञान नगर थाना पुलिस पहुंची. परिजनों ने किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं करवाने की रिपोर्ट दी. जिसके बाद उन्हें शव सुपुर्द कर दिया गया. नयापुरा थाना अधिकारी भूपेंद्र सिंह का कहना है कि पुलिस ने इस संबंध में किसी तरह का कोई मुकदमा या शिकायत दर्ज नहीं की है. परिजनों को समझाइश कर शांत करवा दिया था.