कोटा. जिला परिषद कोटा में हुए रिश्वत कांड में जिला प्रमुख के पीए चंद्र प्रकाश गुप्ता और कनिष्ठ सहायक कमलकांत वैष्णव गिरफ्तार हो चुके हैं. वहीं अब एसीबी की पूरी जांच की सुई जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर पर आकर अटक गई है.
हाल ही में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप पर एफआईआर भी एसीबी ने दर्ज की थी. वहीं अब कोटा बारां एसीबी ने इस मामले में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर को नोटिस भेजकर कार्यालय में तलब किया है. जिसके बाद जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर से रिश्वत कांड के मामले में पूछताछ की जाएगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एसीबी के पास इस कांड से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत हैं. जिनके आधार पर जांच के बाद जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है. कुछ दिन पहले जिला प्रमुख के पीए चंद्र प्रकाश को काल्याखेड़ी के सरपंच से वित्तीय स्वीकृति जारी करने की एवज में 25 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था. जिसके अगले ही दिन घूसखोर पीए का मास्टरमाइंड साथी कमलकांत वैष्णव भी गिरफ्तार हुआ था, जो फिलहाल जेल में बंद है.
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पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पूछताछ में जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर के लिए रिश्वत लेना बताया था. जिसके बाद विधायक भरत सिंह ने डिप्टी सीएम और पंचायतराज मंत्री सचिन पायलट को पत्र लिखकर सुरेंद्र गुर्जर को पार्टी और पद से निष्कासित करने की मांग की थी. जिसके बाद से लगातार जिला प्रमुख सुरेंद्र गुर्जर भूमिगत चल रहे हैं.