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Farmers in Kota : छुट्टी के दिन फसल बेचने मंडी पहुंचे 500 किसान, गेट बंद होने से भीषण गर्मी में पानी के लिए तरसे...

कोटा में अधिकांश किसान शनिवार दोपहर में ही अपनी फसल लेकर मंडियों में पहुंच (Farmers reached the market with the crop) गए थे. रविवार की छुट्टी होने से मंडी का गेट बंद है, जिससे किसान मंडी के बाहर इस भीषण गर्मी में परेशान हो रहे हैं. किसानों के लिए न तो पानी और न ही छाया की व्यवस्था है.

Kota News
छुट्टी के दिन फसल बेचने मड़ी पहुंचे 500 किसान, गेट बंद होने से भीषण गर्मी में पानी के लिए तरसे
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Published : Apr 10, 2022, 3:29 PM IST

कोटा. राजस्थान के कोटा में किसान अब मंडी के बाहर परेशान (Farmers upset outside market in scorching heat) हो रहे हैं. इन किसानों के लिए न तो पानी और न ही छाया की व्यवस्था है. किसान 40 डिग्री तापमान की भीषण गर्मी से परेशान हो रहे है. भामाशाह कृषि उपज मंडी रविवार को बंद रहती है, लेकिन कई किसान इसकी जानकारी नहीं होने की एवज में अपनी फसलों को ले आते हैं.

वर्तमान में मंडी में गेहूं, सरसों, चना और लहसुन की बड़ी मात्रा में आवक हो रही है. ऐसे में किसान देर रात को ही अपना माल ट्रैक्टरों-ट्रॉली के जरिए लेकर पहुंच जाते हैं, ताकि समय से उनके माल की बिक्री मंडी में हो जाए. ऐसे में अधिकांश किसान शनिवार दोपहर में ही अपना माल लेकर मंडियों (Farmers reached the market with the crop) में पहुंच गए. यह किसान अब मंडी के बाहर परेशान हो रहे हैं. इन किसानों के लिए न तो पानी की व्यवस्था है न ही छाया की व्यवस्था है. किसान इस भीषण गर्मी में 40 डिग्री टेंपरेचर होने से परेशान हो रहे हैं.

पढ़ें : kota Mandi: मंडी में माल का उठाव नहीं होने पर किसान परेशान, हड़ताल ने और बढ़ा दी परेशानी

बीजेपी के महामंत्री जगदीश जिंदल मंडी के बाहर पहुंचे: इस पर भारतीय जनता पार्टी शहर के महामंत्री जगदीश जिंदल और किसान मोर्चा शहर के अध्यक्ष जगन्नाथ नागर कार्यकर्ताओं के साथ मंडी के बाहर पहुंचे थे. जहां पर काफी देर तक उन्होंने मंडी प्रशासन के खिलाफ में विरोध-प्रदर्शन किया. हालांकि, इसके बाद में भाजपा की तरफ से ही किसानों के लिए छाया की व्यवस्था टेंट और पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई है.

विरोध करने पहुंचे भाजपा महामंत्री जगदीश जिंदल का कहना है कि करीब 200 से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रॉली कतार लगाकर खड़ी हैं. यह कतार भी काफी लंबी है. इन किसानों के लिए कोई व्यवस्था मंडी प्रशासन ने नहीं की है. जबकि किसान अपना माल मंडी में बेचने के लिए आए हैं. मंडी को इससे रिवेन्यू भी होता है. करीब 500 से ज्यादा किसान इस दौरान परेशान हो रहे हैं. उन्होंने पूरे सीजन के लिए अस्थाई रूप से मंड़ी के बाहर टेंट लगाकर व्यवस्था करने की मांग मंडी प्रशासन से की है.

पढ़ें: दालों पर स्टॉक लिमिट हटाने की मांग को लेकर हड़ताल पर मंडी कारोबारी, 600 करोड़ का कारोबार होगा प्रभावित

मंडी के सचिव जवाहर लाल नागर का कहना है कि व्यवस्थाओं को बनाने और किसानों की परेशानी दूर करने के लिए ही मंडी प्रबंधन काम कर रहा है. किसानों के लिए किसान भवन खुला हुआ है. वह आकर आराम कर सकते हैं. समय से पहले किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली अंदर कर देंगे तो पहले से परिसर में मौजूद हुआ माल की तुलाई और लोडिंग नहीं हो पाती है. इसके चलते मंडी में जगह नहीं मिलेगी.

कोटा. राजस्थान के कोटा में किसान अब मंडी के बाहर परेशान (Farmers upset outside market in scorching heat) हो रहे हैं. इन किसानों के लिए न तो पानी और न ही छाया की व्यवस्था है. किसान 40 डिग्री तापमान की भीषण गर्मी से परेशान हो रहे है. भामाशाह कृषि उपज मंडी रविवार को बंद रहती है, लेकिन कई किसान इसकी जानकारी नहीं होने की एवज में अपनी फसलों को ले आते हैं.

वर्तमान में मंडी में गेहूं, सरसों, चना और लहसुन की बड़ी मात्रा में आवक हो रही है. ऐसे में किसान देर रात को ही अपना माल ट्रैक्टरों-ट्रॉली के जरिए लेकर पहुंच जाते हैं, ताकि समय से उनके माल की बिक्री मंडी में हो जाए. ऐसे में अधिकांश किसान शनिवार दोपहर में ही अपना माल लेकर मंडियों (Farmers reached the market with the crop) में पहुंच गए. यह किसान अब मंडी के बाहर परेशान हो रहे हैं. इन किसानों के लिए न तो पानी की व्यवस्था है न ही छाया की व्यवस्था है. किसान इस भीषण गर्मी में 40 डिग्री टेंपरेचर होने से परेशान हो रहे हैं.

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बीजेपी के महामंत्री जगदीश जिंदल मंडी के बाहर पहुंचे: इस पर भारतीय जनता पार्टी शहर के महामंत्री जगदीश जिंदल और किसान मोर्चा शहर के अध्यक्ष जगन्नाथ नागर कार्यकर्ताओं के साथ मंडी के बाहर पहुंचे थे. जहां पर काफी देर तक उन्होंने मंडी प्रशासन के खिलाफ में विरोध-प्रदर्शन किया. हालांकि, इसके बाद में भाजपा की तरफ से ही किसानों के लिए छाया की व्यवस्था टेंट और पीने के पानी की व्यवस्था भी की गई है.

विरोध करने पहुंचे भाजपा महामंत्री जगदीश जिंदल का कहना है कि करीब 200 से ज्यादा ट्रैक्टर-ट्रॉली कतार लगाकर खड़ी हैं. यह कतार भी काफी लंबी है. इन किसानों के लिए कोई व्यवस्था मंडी प्रशासन ने नहीं की है. जबकि किसान अपना माल मंडी में बेचने के लिए आए हैं. मंडी को इससे रिवेन्यू भी होता है. करीब 500 से ज्यादा किसान इस दौरान परेशान हो रहे हैं. उन्होंने पूरे सीजन के लिए अस्थाई रूप से मंड़ी के बाहर टेंट लगाकर व्यवस्था करने की मांग मंडी प्रशासन से की है.

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मंडी के सचिव जवाहर लाल नागर का कहना है कि व्यवस्थाओं को बनाने और किसानों की परेशानी दूर करने के लिए ही मंडी प्रबंधन काम कर रहा है. किसानों के लिए किसान भवन खुला हुआ है. वह आकर आराम कर सकते हैं. समय से पहले किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली अंदर कर देंगे तो पहले से परिसर में मौजूद हुआ माल की तुलाई और लोडिंग नहीं हो पाती है. इसके चलते मंडी में जगह नहीं मिलेगी.

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