कोटा. जेके लोन अस्पताल में जिन 9 बच्चों की मौत हुई है. उनके साथ 3 बच्चे वे भी हैं, जो अस्पताल में भर्ती ही नहीं थे. तीनों बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपनी मां जो प्रसूता को रखने वाले पोस्ट नेटल वार्ड में भर्ती थी, वहीं पर थे. लेकिन तीनों की मौत अचानक से हुई है.
इनमें दोस्तपुरा निवासी संजू और सोनू के नवजात की मौत 6:40 पर हुई. इसके अलावा केशवरायपाटन बूंदी निवासी रिंकू और जितेंद्र के भी नवजात बच्चे की मौत हुई है. साथ ही रोटेदा रोड केशवरायपाटन निवासी अंजुम और मोइनुद्दीन के भी नवजात की मौत इसी तरह से हुई. इन तीनों बच्चों को अस्पताल प्रबंधन अपने भी कोर्ट में ब्रॉड डेट बता रहा है, जबकि यह अस्पताल में ही अपनी मां के साथ भर्ती थे. ऐसे में इनकी मौत संक्रमण से हुई है या फिर सर्दी में ठंडी लगकर यह भी चिंता का विषय है.
वहीं जेके लोन अस्पताल में गुरुवार को जो 9 बच्चों की मौत हुई है, उसमें चौंकाने वाला खुलासा एक बार फिर हुआ. इन बच्चों की मौत महज 8 घंटे के भीतर ही हो गई है. इनमें एक से लेकर 7 दिन के बच्चे शामिल हैं. इनमें से केवल एक ही बच्चा बारां से रेफर होकर आया था. बाकी सब अस्पताल में ही जन्मे बच्चे हैं.
लगातार अंतराल में होती रही नवजातों की मौत
- रात को 2:57 पर पहले नवजात की मौत हुई. ये बारां जिले के मांगरोल के बमोरी निवासी महावीर और सौरन्ता का बेटा था.
- इसके बाद बूंदी जिले के विनायक का गांव निवासी दीपक और अलका की नवजात बच्ची की मौत 3:19 पर हुई.
- सुबह 5:30 पर कोटा के ढाणी कसार निवासी लक्ष्मी और रमेश के नवजात बच्ची की मौत हुई.
- जेके लोन अस्पताल में ही जन्मे दोस्तपुरा खंड गावडी निवासी संजू और सोनू के नवजात की मौत 6:40 पर हुई.
- बूंदी जिले के केशवरायपाटन निवासी रिंकू जितेंद्र के भी डिलीवरी जेके लोन अस्पताल में हुई थी. उनके भी नवजात की मौत आज सुबह 8:00 बजे हुई है.
- सुबह 8:56 पर बारां जिले के नियाना निवासी सीमा और चंद्रप्रकाश के भी नवजात की मौत हुई. यह बारां से रेफर होकर आया था.
- बूंदी के रोटेदा रोड केशवरायपाटन निवासी अंजू और मोइनुद्दीन के भी बच्चे की मौत सुबह 9:45 पर हुई.
- कोटा शहर के विज्ञान नगर निवासी रानी और माहिर हुसैन के भी नवजात की मौत सुबह 10:00 बजे हुई.
- बारां जिले के पलायथा निवासी अंजलि और सुरेश के भी नवजात की मौत सुबह 10:24 पर हुई है.