कोटा. कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी, बेरोजगारी व मानसिक तनाव में आकर सुसाइड के मामले लगातार बढ़ने लगे हैं. जिले में अप्रैल के बाद से अब तक 50 से ज्यादा लोग निराश होकर सुसाइड जैसे कदम उठा चुके हैं. बुधवार को जिले की 2 अलग-अलग जगहों में दो व्यक्तियों ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया.
पहला मामला महावीर नगर थाना इलाके का है, जहां आर्थिक तंगी के कारण एक युवक ने मंगलवार देर रात को अपने ही घर में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. जिसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है.
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वहीं आरके पुरम थाना क्षेत्र के नयागांव फोरलेन पुलिया के नीचे एक मजदूर का शव फांसी पर लटका हुआ मिला. आरकेपुरम थाना एएसआई बाबूलाल मीणा ने बताया कि नयागांव फोरलेन पुलिया के नीचे एक व्यक्ति की फांसी लगाने की सूचना मिली थी. जिस पर थाना पुलिस मौके पर पहुची तो यहां पुलिया के नीचे कील से एक रस्सी बंधी हुई थी, जिस पर एक व्यक्ति का फांसी पर लटका हुआ मिला.
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साथ ही बताया कि व्यक्ति के मौत की सूचना से आस पास लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. मृतक व्यक्ति की पहचान रोजड़ी निवासी 60 वर्षीय प्राण मंडल के रूप में हुई. घटना स्थल पर किसी प्रकार का सुसाइड नोट नहीं मिला. परिजनों से पूछताछ में पता चला कि मृतक प्राण मंडल मजदूरी का कार्य करता था, जो आर्थिक तंगी से परेशान चल रहा था. पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि आर्थिक तंगी से तंग आकर बुजुर्ग ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. मृतक के शव को मोर्चरी में रखवाया गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है.
शनिवार को एक युवक ने की थी खुदकुशी
बता दें कि शनिवार को विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में एक युवक ने अज्ञात कारणों से घर के पंखे पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. रविवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया गया था. युवक फोटोग्राफी का काम करता था और अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था.