जोधपुर. शहर से प्रवासी मजदूरों का अपने घरों पर जाने का सिलसिला जारी है. राजस्थान सरकार द्वारा सभी प्रवासी मजदूरों को ट्रेन के जरिए अपने-अपने घरों पर भेजा जा रहा है.
इसी कड़ी में रविवार को जोधपुर से लगभग 1 हजार 680 प्रवासी मजदूर जो जोधपुर के अलग-अलग इलाकों में फैक्ट्रियों में लेबर के रूप में काम करते थे. वह अपने घरों के लिए रवाना हुए. रविवार को 1 हजार 680 प्रवासी मजदूरों के साथ ट्रेन बिहार के लिए रवाना हुई.
पढ़ेंः स्पेशल: कोटा में हर चौथे संक्रमित बुजुर्ग की जान ले रहा है कोरोना
पिछले 2 महीने से अधिक समय से जोधपुर में रह रहे प्रवासी मजदूर अपने-अपने घर बिहार के लिए रवाना हुए. जहां उनके चेहरे पर खुशी दिखाई दी. जिला प्रशासन द्वारा सभी मजदूरों की जोधपुर के सामने स्थित सरकारी स्कूल में थर्मल स्क्रीनिंग करवाई गई और उसके बाद सभी को बसों के माध्यम से रेलवे स्टेशन लाया गया. जहां से उन्हें रवाना किया गया.
पढ़ेंः लॉकडाउन में डिग्रीधारियों के सामने रोजगार का संकट, वेतन नहीं मिली तो मनरेगा में शुरू की मजदूरी
जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रवासी मजदूरों के लिए खाने पीने के सामान की व्यवस्था की गई. वहीं कुछ भामाशाह द्वारा भी प्रवासी मजदूरों के लिए फल फ्रूट और बिस्कुट की व्यवस्था की गई. जोधपुर में फैक्ट्री में काम कर रहे लेबर का कहना है कि लॉकडाउन में काम बंद होने के कारण पिछले लंबे समय से वे लोग फैक्ट्री के आसपास के इलाकों में ही रह रहे थे और अपने घर नहीं जा पा रहे थे. लेकिन सरकार द्वारा उन्हें घर भेजा जा रहा है. जिससे कि वह काफी खुश है और प्रवासी मजदूरों ने बताया कि आगे समय में जब भी हालात सामान्य होने पर वापस फैक्ट्री मालिक के बुलाने पर वे लोग वापस काम के लिए जोधपुर आएंगे.