जोधपुर. कोरोना के बाद पहली बार वैवाहिक आयोजनों (Wedding Season) पर पाबंदी हटने के बाद इस बार बड़ी संख्या में विवाह हो रहे हैं. जिसका असर बाजार पर नजर आ रहा है. रोजमर्रा की कई चीजें इन दिनों महंगी हो गई हैं. खासतौर पर सब्जियों के भाव आसमान (Vegetable Price Hike) छू रहे हैं.
मंडियों में टमाटर, मटर सहित बाहर से आने वाली सब्जियां 100 रुपए किलो से भी ज्यादा महंगी बिक रही हैं. शहर की पावटा मंडी के व्यापारी बताते हैं कि होलसेल रेट में टमाटर 60 रुपए किलो बिक रहा है जिसके चलते स्थानीय बाजारों में इसके भाव 80 से 100 किलो हो जाते हैं. मटर के भाव भी 150 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं. इसके साथ बाहर से आने वाली शिमला मिर्च भी 100 रुपए किलो तक बिकने लगी है.
पढ़ें: Jaipur: JCTSL की मिडी बसों के पहिए थमे, बकाया राशि के भुगतान की मांग
खास बात यह है कि विवाह के सीजन में इनकी डिमांड भी बहुत ज्यादा है. ऐसे में आम घरों से यह सब्जियां दूर हो गई हैं. सब्जियों के भाव फलों से भी ज्यादा हो गए हैं. भदवासिया स्थित होलसेल मंडी से सब्जी लेकर ठेले पर बेचने वाले विक्की का कहना है कि जब सब्जियां हमें आगे से महंगी मिलती है तो ग्राहक को भी महंगा ही खरीदनी पड़ेगी. व्यापारियों की मानें तो यह क्रम 13 दिसंबर तक चलेगा. इसके बाद मलमास प्रारंभ हो जाएगा. 15 जनवरी तक सब्जियों के दाम नियंत्रित रहेंगे. इसके बाद फिर विवाह सीजन शुरू होने पर सब्जियों के दाम बढ़ेंगे. वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले से ही महंगाई इतनी है और अब सब्जियों के दाम बढ़ने से आम आदमी का घर चलाना बहुत दुभर हो रहा है.
पढ़ें: Gold and Silver Price Today: सोने और चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट, जानें आज का रेट...
आवक पर भी असर
मंडी के व्यापारियों का कहना है कि इस बार विवाह का सीजन पूरे उत्तर भारत में जोरों पर है. इसके चलते मटर, टमाटर शिमला मिर्च जैसी सब्जियां जो बाहर से आती हैं उनकी आवक कम हो रही है. इसके अलावा मांग के अनुरूप सब्जियां मिल नहीं रहीं. इसके चलते भाव बढ़े हुए हैं. जोधपुर में इन दिनों टमाटर 80 से 100 रुपए प्रति किलो, मटर 150, शिमला मिर्च 80 से 100, तुरई 80, भिंडी 75 रुपए किलो तक बिक रही है. आलू 20 रुपए किलो हो गया है.