जोधपुर. जिले में कोरोना से मौतों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हालांकि बीते कुछ दिनों से इसमें प्रतिदिन होने वाली मौतें कम हुई हैं. लेकिन इसके बावजूद अभी तक जिले में कुल कितने लोगों की मौत हुई है यह तस्वीर साफ नहीं हुई है. इसको लेकर रविवार को जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से पूछा गया कि वह पूरे जिले का दौरा कर चुके हैं प्रशासनिक अधिकारी के साथ बैठक हुई है, कुल कितनी मौतें हुई हैं, क्या आंकड़े सामने आए हैं.
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इसके जवाब में शेखावत ने खुद ही कहा कि मैं भी एक वाकिया बताता हूं कि बाप तहसील के शेखासर गांव के अधिकारी से जब मैने पूछा कि वहां कितनी मौतें हुई हैं तो मुझे बताया गया दो मौतें हुई हैं. तब मैंने उनसे कहा कि मैं आपको 15 लोगों की सूची दे सकता हूं. शेखावत ने कहा कि अस्पताल में पॉजिटिव मरीज की मौत को दर्ज किया जाता है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में मरने वाले लोगों की कहीं मौतें दर्ज नहीं हो रही है. इनमें बिना लक्षण वाले मरीज भी शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि जो आंकड़ा बताया जा रहा है. उससे 3 से 4 गुना ज्यादा यहां आंकड़ा है. मीडिया से बात करते हुए शेखावत ने कहा कि जोधपुर के श्मशान में होने वाले अंतिम संस्कार की संख्या भी झूठी है. उन्होंने वहां मौजूद जोधपुर नगर निगम दक्षिण की महापौर से भी कहा कि वह यह संख्या पता कराएं और इन्हें सार्वजनिक भी करें. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे ब्लॉक वाइज होने वाली मौतों की संख्या जुटाए और स्पष्ट रूप से लिखें किसकी कोरोना से मौत हुई है और किसकी नहीं. ताकि पता चले कि कुल कितनी मौतें हुई हैं.
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि बीते 2 महीने में जो भी आदमी मरा है उसकी मौत का कारण कोरोना है. उल्लेखनीय है कि जोधपुर में सरकार अब तक बीते 14 महीने में 1000 लोगों की मौत का आंकड़ा बता रही है. जबकि यह संख्या 2000 को पार कर चुकी है. ईटीवी भारत ने भी इसका खुलासा करते हुए एक ग्राउंड रिपोर्ट प्रसारित की थी. और अब केंद्रीय मंत्री शेखावत ने भी जिले के आंकड़ों पर सवालिया निशान लगा दिया है.