जोधपुर. कांग्रेस के चिंतन शिविर को केन्द्रीय मंत्री (Union Minister Shekhawat Targets Congress Chintan Shivir) ने बड़े हल्के फुल्के अंदाज में टारगेट पर लिया है. शेखावत ने नव संकल्प गढ़ने के बाद दो युवाओं के इस्तीफों का जिक्र किया. तंज कसा कि 2 दिन आमोद प्रमोद में ही बीता दिए. मेवाड़ की धरती पर नायक महाराणा प्रताप को यथोचित सम्मान न देने को उन्होंने मुद्दा बनाया.
गहलोत पर पलटवार: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान को शेखावत ने निशाना साधा (Gajendra Singh Shekhawat In Jodhpur) जिसमें उन्होंने भाजपा के चिंता की बात कही थी. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक पर तंज कसते हुए कहा था कि कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद भाजपा चिंता में हैं इसलिए सब एकजुट हो रहे हैं. उनका इशारा 19 से 21 मई तक चलने वाली बीजेपी की महामंथन बैठक की ओर था. सीएम के इसी वार पर शेखावत ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर कैसा हुआ यह सभी जानते हैं? दो दिन आमोद प्रमोद में बिताए. मेवाड़ की धरती पर कांग्रेस के सभी नेता मौजूद थे लेकिन किसी को ये फुर्सत नहीं मिली कि महाराणा प्रताप के स्थान पर जाकर दो पुष्प चढ़ा दें. शेखावत ने आगे कहा- किसी को भी महाराणा प्रताप को पुष्पांजलि देने का समय नहीं मिला लेकिन सफारी करने का समय मिल गया. उसके लिए सब चले गए उसका समय मिल गया.
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और कसा तंज!: शुक्रवार को अपने निवास पर मीडिया से बात करते हुए शेखावत ने कहा कि भाजपा में हर तीन माह में कार्यसमिति की बैठक होती है. हर स्तर पर होती है. ये साल में 4 बार नियमित होती है. हमारी इस व्यवस्था का मुख्यमंत्रीजी को पता नही है. लेकिन कांग्रेस के चिंतन शिविर में क्या हुआ उसके परिणाम हमारे सामने है. हार्दिक पटेल, गणेश घोघरा सुनील जाखड़ ने इस्तीफे दे दिए. शेखावत ने कहा कि ये तो गनीमत रही कि हर बार की तरह प्रदेश में होने वाली कोई भी घटना या कांग्रेस के होने वाले नुकसान के लिए मुझे या भाजपा को जिम्मेदार बताने वाले मुख्यमंत्री ने इन इस्तीफों के लिए मुझे जिम्मेदार नहीं बताया.
'नव संकल्प का रिजल्ट सामने': शेखावत ने नवसंकल्प शिविर (Congress Nav Sankalp Shivir) के Result को लेकर चुटकी ली. कहा कि कांग्रेस का चिंतन शिविर किस तरह का हुआ है इसका परिणाम सामने आ चुका है. एक प्रदेश अध्यक्ष, एक विधायक और एक MP ने पार्टी का साथ छोड़ दिया. सुनील जाखड़ का परिवार पिछले 50 साल से कांग्रेस से जुड़ा रहा वो तक चले गए. लोग अभी इस चिंतन शिविर के इस तरह के आने वाले परिणाम को देख रहे क्योंकि यह क्रम अभी जारी रहेगा.