जोधपुर. पुलिस कमिश्नरेट का इनामी बदमाश सुनील भादू आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया. भादू पर हिस्ट्रीशीटर विक्रम पर जानलेवा हमला करने का आरोप है. इसके अलावा उस पर हमले, मारपीट, एनडीपीएस एक्ट समेत कई मुकदमे दर्ज हैंं.
फिलहाल आरोपी सुनील 3 मामलों में वांछित था. आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई को सीएसटी टीम और पुलिस थाना लोहावट ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अंजाम तक पहुंचाया. आरोपी पर चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना इलाके के हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह नांदिया पर फायरिंग कर फरार होने का आरोप है.
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने के एसआई गोपाराम ने बताया कि सुनील भादू मारपीट, हत्या प्रयास, फायरिंग आदि के मामलों में लंबे समय से फरार चल रहा था. लोहावट के बरजासर निवासी सुनील के बारे में पुलिस को सूचना मिली कि वह लोहावट में अपने परिचित के यहां पर रुका है.
सूचना पर लोहावट थानाधिकारी इमरान खां के साथ मिलकर सुनील भादू को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद उसे सीएचबी पुलिस को सौंपा गया है. सुनील भादू को रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया जहा कोर्ट ने उसे 3 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है.
जेल में मॉक ड्रिल में उजागर खामियों पर पुलिस प्रशासन गंभीर
अजमेर में 2 दिन पहले हाई सिक्योरिटी सेंट्रल जेल में मॉक ड्रिल के दौरान कई खामियां पाई गई थी. इन्हें दुरुस्त करने के लिए अजमेर पुलिस प्रशासन गंभीर है. इस संबंध में रविवार को अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए.
अजमेर जिला एसपी जगदीश चंद्र शर्मा ने बताया कि कंट्रोल रूम स्थित अतिरिक्त पुलिस जाब्ते को अप-टू-डेट रहने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिसकर्मियों को वैकल्पिक व्यवस्था रखने के भी निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि मॉक ड्रिल वाले दिन ही ड्राइवर की तबीयत खराब होने का हवाला दिया गया. जिसकी वजह से पुलिसकर्मी मौके पर देर से पहुंचे.
दरअसल 2 दिन पहले सूचना दी गई थी कि जेल में कैदियों को झगड़ा हो गया है और आग लग गई है. यह मॉक ड्रिल का विषय था. इसमें सभी रेस्क्यू टीमों को मौके पर पहुंचना था. इस दौरान देर से आने वाले पुलिस कर्मचारियों से कारण पूछा गया था.
100 नंबर पर युवक ने कराया पुलिस का 'मॉक ड्रिल'
डूंगरपुर में एक शख्स ने खुद के बंधक बनाए जाने की झूठी सूचना देकर पुलिस की 'मॉक ड्रिल' करा दी. दरअसल सियालदरी निवासी आरोपी जिगर कटारा ने मजे-मजे में 100 नंबर डायल किया और कहा कि माथुगामड़ा गांव के कुछ लोगों ने उसे बंधक बना लिया है. इसके बाद पुलिस तुरंत हरकत में आ गई. सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो सूचना देने वाला गांव में घूमता मिला. पूछने पर उसने कहा कि उसने झूठ कहा था. इस पर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. 100 नंबर पर झूठी सूचना देना दंडनीय अपराध है.
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सोलर प्लेट चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा
जोधपुर के फलौदी में साेलर कंप नियों में सोलर प्लेट चोरी करने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. कार्रवाई में सुरक्षा गार्ड सहित पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. आरोपियों को पुलिस रिमाण्ड पर लेकर पूछताछ कर रही है. बाप थाना पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की सोलर प्लेटें बरामद की हैं.
मंडला खुर्द निवासी पीड़ित आशु सिंह ने सोलर प्लेटें चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उसके प्लांट से पहले भी सोलर प्लेटें चोरी हुई थी. ऐसे में पुलिस ने कंपनी के मजदूरों और गार्डों से पूछताछ की. पुलिस ने चोरी के मामले में सुरक्षा गार्ड समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.