ETV Bharat / city

अब जोधपुर एम्स में भर्ती होंगे पूरे संभाग के गंभीर कोरोना मरीज - जोधुपर एम्स

पूरे जोधपुर संभाग से आने वाले सभी कोरोना संक्रमित मरीजों को अब मुख्यालय के एम्स में भर्ती किया जाएगा. इसकी जानकारी इसकी जानकारी जोधपुर के प्रभारी अधिकारी ने प्रेस वार्ता के दौरान दी. वहीं जोधपुर के एमडीएम अस्पताल और एमजी अस्पताल को कोरोना मुक्त किया जाएगा.

जोधपुर एम्स में भर्ती होंगे कोरोना मरीज, jodhpur news, corona patient will admit in jodhpur AIIMS
जोधपुर एम्स में भर्ती होंगे गंभीर कोरोना मरीज
author img

By

Published : May 21, 2020, 10:36 PM IST

जोधपुर. कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि, अब जोधपुर संभाग से आने वाले किसी भी कोरोना मरीज को मुख्यालय के डॉ. एसएन मेडिकल काॅलेज संबद्ध अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जाएगा. ऐसे सभी मरीजों को जो पूरे संभाग से आएंगे, उन्हें जोधपुर एम्स में ही भर्ती किया जाएगा.

गुरुवार को जोधपुर जिला प्रभारी सचिव नवीन महाजन ने प्रेसवार्ता में यह बात कही. सरकारी अस्पतालों में सामान्य सुविधाएं सामान्य नहीं होने से मरीजों की परेशानी को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर प्रभारी सचिव ने यह जवाब दिया. महाजन ने बताया कि इसको लेकर हमारी जोधपुर एम्स प्रबंधन से बात हो गई है. वे इसके लिए तैयार है. जल्द ही मथुरादास माथुर और महात्मा गांधी अस्पताल को कोराना से मुक्त किया जाएगा. जिससे सामान्य मरीजों को चिकित्सा सुविधा मिल सके. कोरोना के सभी गंभीर मरीज जो कि संभाग के पाली, जालोर, सिरोही, जैसलमेर और बाडमेर से आएंगे उन्हें भी एम्स में रखा जाएगा.

ये पढ़ें: जोधपुर: JNVU के छात्रसंघ अध्यक्ष ने सभी छात्रों को प्रमोट करने के लिए दिया कुलपति को ज्ञापन

सिलिकोसिस पीड़ितों पर ध्यान

महाजन ने खनन क्षेत्र में कार्यरत सिलिकोसिस पीड़ितों के कोरोना की चपेट में आने की आशंका से इनकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमारी इस पर नजर है. इसको लेकर सभी विभागों को अलर्ट किया गया है. जिससे कोरोना प्रसार वहां नहीं हो.

ये पढ़ें: जोधपुरः सूरसागर से बीजेपी विधायक सूर्यकांता व्यास के बेटे कोरोना पॉजिटिव

गौरतलब है कि जोधपुर के प्रतापनगर से कबीर नगर क्षेत्र तक कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं. इसके आगे फिदूसर चौपड खनन क्षेत्र जहां के मजदूर नजदीकी इलाकों में ही सामान लेने आते हैं. सिलिकोसिस पीड़ित होने से उनके फेंफडे पहले से ही कमजोर हैं, ऐसे में कोराेना संक्रमण की चपेट में आने से जीवन का संकट बन सकता है.

जोधपुर. कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि, अब जोधपुर संभाग से आने वाले किसी भी कोरोना मरीज को मुख्यालय के डॉ. एसएन मेडिकल काॅलेज संबद्ध अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जाएगा. ऐसे सभी मरीजों को जो पूरे संभाग से आएंगे, उन्हें जोधपुर एम्स में ही भर्ती किया जाएगा.

गुरुवार को जोधपुर जिला प्रभारी सचिव नवीन महाजन ने प्रेसवार्ता में यह बात कही. सरकारी अस्पतालों में सामान्य सुविधाएं सामान्य नहीं होने से मरीजों की परेशानी को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर प्रभारी सचिव ने यह जवाब दिया. महाजन ने बताया कि इसको लेकर हमारी जोधपुर एम्स प्रबंधन से बात हो गई है. वे इसके लिए तैयार है. जल्द ही मथुरादास माथुर और महात्मा गांधी अस्पताल को कोराना से मुक्त किया जाएगा. जिससे सामान्य मरीजों को चिकित्सा सुविधा मिल सके. कोरोना के सभी गंभीर मरीज जो कि संभाग के पाली, जालोर, सिरोही, जैसलमेर और बाडमेर से आएंगे उन्हें भी एम्स में रखा जाएगा.

ये पढ़ें: जोधपुर: JNVU के छात्रसंघ अध्यक्ष ने सभी छात्रों को प्रमोट करने के लिए दिया कुलपति को ज्ञापन

सिलिकोसिस पीड़ितों पर ध्यान

महाजन ने खनन क्षेत्र में कार्यरत सिलिकोसिस पीड़ितों के कोरोना की चपेट में आने की आशंका से इनकार नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमारी इस पर नजर है. इसको लेकर सभी विभागों को अलर्ट किया गया है. जिससे कोरोना प्रसार वहां नहीं हो.

ये पढ़ें: जोधपुरः सूरसागर से बीजेपी विधायक सूर्यकांता व्यास के बेटे कोरोना पॉजिटिव

गौरतलब है कि जोधपुर के प्रतापनगर से कबीर नगर क्षेत्र तक कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं. इसके आगे फिदूसर चौपड खनन क्षेत्र जहां के मजदूर नजदीकी इलाकों में ही सामान लेने आते हैं. सिलिकोसिस पीड़ित होने से उनके फेंफडे पहले से ही कमजोर हैं, ऐसे में कोराेना संक्रमण की चपेट में आने से जीवन का संकट बन सकता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.