जोधपुर. जालोरी गेट पर स्वंतत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर टेप बांध कर वर्ग विशेष का झंडा लगाने से हुए विवाद के चलते दो दिनों से शहर में तनाव का माहौल है. दस थाना क्षेत्रों कर्फ्यू लगा है. स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारकों और मूर्तियों पर झंडे लगाने और इनकी व्यवस्थाओं को लेकर राज्य सरकार कानून (Government will bring law to put flag on freedom fighter statues) लाएगी. जोधपुर में जालोरी गेट सर्किल की व्यवस्थाओं को लेकर भी स्थानीय प्रशासन कार्रवाई करेगा. यह जानकारी राज्य के गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने बुधवार को सर्किट हाउस (Rajendra Singh Yadav in Jodhpur circuit house) में दी. उन्होंने कहा कि इस तरह के स्मारक पर ऐसा कोई काम न हो जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो और इसकी पालना भी करवाई जाएगी.
बयान देने से पहले कांग्रेस के मंत्री आज सर्किट हाउस में अपने साथ स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा के पुत्र सुरेश मिश्रा को भी लेकर आए. सुरेश मिश्रा ने इस बात को लेकर आपत्ति जताई कि उनके दादा की मूर्ति के ऊपर टेप लगाकर झंडे बांधे जाते हैं. विभिन्न आयोजनों में बैनर भी मूर्तियों से ही बांधे जाता है जो निश्चित तौर पर हमारे परिवार को अच्छा नहीं लगता है. राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि ऐसी व्यवस्था होगी जिससे कि उन्हें सम्मान दिया जा सके. सुरेश बिस्सा ने कहा कि हम चाहते हैं कि जालोरी गेट सर्किल पर इस तरह की व्यवस्था बनाई जाए कि हम जब परिवार के लोग वहां जाना चाहे आसानी से प्रवेश कर सकें. वर्तमान में सर्किल पर मूर्ति तक जाने की कोई व्यवस्था नहीं है जिस पर गृह राज्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर बात कर इसके लिए नोटिफिकेशन जारी करवाऊंगा.
जालौर गेट जोधपुर का हृदय स्थल है. हर त्यौहार पर इस सर्किल की सजावट की जाती है. इस बार परशुराम जयंती पर सर्किल पर भगवा झंडे लगाए गए थे लेकिन 2 मई को परशुराम जयंती समारोह के लोगों ने ईद को ध्यान में रखते हैं सारे झंडे बैनर यहां से हटा लिए थे लेकिन रात को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने बैनर और झंडे ईद के लिए लगाए जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया मूर्ति पर बांधा गया झंडा हटा कर भगवा झंडा लगा दिया गया. मंगलवार सुबह जब ईद की नमाज खत्म हुई तो ईदगाह से लौटते लोगों की नजर भगवा झंडे पर पड़ी तो विरोध शुरू हो गया. हिंसक झड़प शुरू हो गई जो भीतरी शहर में फैल गई जिसके बाद शहर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा.