जोधपुर. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लोई यूनियन की ओर से रैली निकालकर रेलवे स्टेशन के बाहर विरोध जाहिर किया गया. यह रैली सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों से मजबूर होकर बजट प्रस्तुत के दिन निगमीकरण, निजीकरण, एनपीए, दिए और एनडीए सीलिंग के विरोध में निकाली गई.
नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाई यूनियन के मंडल सचिव मनोज परिहार ने बताया कि वर्तमान सरकार पूर्णतया श्रमिक विरोधी है और इसकी कथनी और करनी में काफी फर्क है. सरकार ने कहा था कि वे निजीकरण नहीं करेंगे, लेकिन अपने बजट में भी निजीकरण करने के लिए फंड का प्रावधान किया है और निगमीकरण के साथ निजी करण होने से ना सिर्फ कर्मचारियों बल्कि मजदूर किसानों और आम जनता को भी रेल का सफर करना महंगा और असुरक्षित हो जाएगा.
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जिसके चलते नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाई यूनियन की ओर से सोमवार को रैली निकालकर अपना विरोध-प्रदर्शन जाहिर किया गया. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाई यूनियन के मंडल सचिव ने बताया कि पूर्व में भी यूनियन की ओर से कई बार विरोध प्रदर्शन जाहिर कर केंद्र सरकार को इस बारे में अवगत कराया गया है, लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक उनकी मांगे नहीं मानी गई है. अगर आगामी दिनों में उनकी मांगे नहीं मानी जाती है, तो रेलवे के कर्मचारियों की ओर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी. जिसकी समस्त जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी.