जोधपुर. शहर में सोमवार को राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ के बैनर तले मदरसा पैराटीचर्स द्वारा जोधपुर जिला कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया गया. मदरसा पैराटीचर्स द्वारा 7 दिन तक चलने वाला धरना 22 जुलाई से 28 जुलाई तक चलेगा. वहीं मांगे नहीं जाने पर 29 जुलाई को धरनार्थियों द्वारा जयपुर कूच किया जाएगा.
मदरसा पैराटीचर्स ने बताया कि पैराटीचर्स पिछले 5 से 8 वर्षो के न्यूनतम मजदूरी से भी कम मानदेय पर कार्यरत है. और इस कम मानदेय में पूरे परिवार का भरण पोषण करना असंभव है. धरनार्थियों ने कहा कि मदरसा पैराटीचर तृतीय श्रेणी शिक्षक के समान कार्य करते है. बावजूद इसके भी सरकार उन्हें नियमित नहीं कर रही है.
जोधपुर मदरसा पैराटीचर सलमा ने बताया कि वर्तमान सरकार ने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया था कि सरकार आने पर मदरसा पैराटीचर्स को नियमित किया जाएगा. लेकिन आज तक सरकार द्वारा कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया. और ना ही नियमितीकरण पर कोई उचित कार्रवाई की गई है.
साथ ही राजस्थान बजट 2019 में सरकार द्वारा मदरसा पैराटीचर्स को नियमितीकरण की कोई नीति नहीं बनाई गई है और अल्पसंख्यक समाज की सरकार द्वारा अनदेखी की गई है. इन मांगों का विरोध करते हुए 22 जुलाई से 28 जुलाई तक पूरे प्रदेश में मदरसों में कार्य का बहिष्कार कर धरना दिया जा रहा है. मदरसा पैराटीचर्स ने बताया कि यदि सरकार द्वारा मांगे नहीं मानी गई तो 29 जुलाई को प्रदेशभर से मदरसा पैराटीचर्स जयपुर कूच करेंगे.