जोधपुर. जेल में कैदियों को रोजगार दिलाने के लिए मुख्यालय के निर्देशों पर कई नवाचार किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में जोधपुर के सेंट्रल जेल में जेल प्रशासन द्वारा मसाला उद्योग शुरू किया गया है. जेल प्रशासन बाहर से धनिया, लाल मिर्च और हल्दी खरीदकर लाता है और उसके बाद कैदी मसाले तैयार करते हैं. जेल में लगी चक्की में ही इन मसालों को तैयार किया जाता है. तैयार मसालों को सिरोही, जालोर, पाली और बाड़मेर के जेलों में भी भिजवाया जाता है.
जोधपुर सेंट्रल जेल सुप्रिडेंट कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि सेंट्रल जेल ने लगभग 1200 से अधिक कैदी वर्तमान समय में बंद हैं, जो मसाला तैयार करने का काम कर रहे हैं. सेंट्रल जेल के अधीन वाने वाली सभी जेलों में मसाला जोधपुर सेंट्रल जेल से तैयार कर भेजा जा रहा है, ताकि उन्हें कम दाम में मसाला उपलब्ध हो और कैदियों को भी रोजगार मिलता रहे.
जेल अधीक्षक ने बताया कि आने वाले समय में जेल मुख्यालय के आदेशों के बाद इस मसाले को मार्केट में भी उपलब्ध करवाया जाएगा. जिससे आम जनता को भी कम दामों में अच्छी क्वालिटी का मसाला मिल सके और कैदियों के भी रोजगार में वृद्धि हो.
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जेल अधीक्षक का कहना है राज्य सरकार जेल में बंद कैदियों को रोजगार दिलाने के लिए प्रयासरत है. देखा जाए तो जोधपुर सेंट्रल जेल में चल रहे मसाला उद्योग से कहीं ना कहीं कैदियों को रोजगार तो मिल रहा है. साथ ही सेंट्रल जेल जोधपुर सहित अन्य जिला जेलों को कम दाम में अच्छी गुणवत्ता का मसाला मिल रहा है. साथ ही मसाले खरीदने को लेकर होने वाले खर्चे में काफी कमी भी आई है. बता दें कि जोधपुर सेंट्रल जेल में पहले भी कैदी मास्क और सैनिटाइजर बनाने का काम कर चुके हैं.