जोधपुर. जयपुर की पीसीपीएनडीटी सेल की टीम ने शहर का एक आयुर्वेद वैद्य की डिग्री धारक डॉक्टर अवैध रूप से भ्रूण लिंग जांच करते हुए पकड़ा. उसके साथ उसकी दलाल नर्स को भी गिरफ्तार किया है. जयपुर की पीसीपीएनडीटी सैल ने डेकॉय भेजकर इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया. सेल के निरीक्षक मनेाहरलाल मीणा ने बताया कि सूचना मिली थी कि जोधपुर के आसपास अवैध रूप से इस तरह की जांच चल रही है. इस पर एक डिकॉय लगाया गया था. इसके तहत मूलत भीलवाड़ा जिले की रहने वाली नर्स शांति देवी जाट से संपर्क हुआ. शांति ने गर्भवती को अपने गणेशपुरा आवास पर बुलाया. गर्भवती के साथ जोधपुर सेल के आपरेटर रामप्रतापजाट को भेजा गया.
शांति ने उन्हें जांच के लिए साठ हजार रुपए का खर्च बताया. जिसके बाद सौदा 53 हजार में हुआ. यह राशि लेने के बाद शांति अपनी बाइक से रवाना हुई. रामप्रताप को गर्भवती को लेकर उसके पीछे आने कहा. शांति करीब बीस किलोमीटर बाद गुढा विश्नोइयां गांव में एवन कुमार प्रजापत के घर पर जाकर रूकी. गर्भवती को अपने साथ अंदर ले गई. इस दौरान सेल की टीम भी पीछा करती रही. इधर एवन कुमार ने पोर्टेबल सोनेाग्राफी मशीन से जांच कर बताया कि लड़की है. इसके साथ इशारा मिलते ही टीम ने उसे दबोच लिया. उससे पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बरामद हुई है. इस जांच के लिए डॉ.एवन कुमार प्रजापत ने 28 हजार रुपए लिए जबकि 25 हजार रुपए शांति अपने पास रखे वो बरामद कर लिए गए हैं. टीम में निरीक्षक मनेाहरलाल मीणा के साथ जोधपुर समन्वय सरला दाधीच सहित अन्य लोग शमिल थे. गौरतलब है कि गत माह टीम में जोधपुर के डॉक्टर इम्तियाज को पांचवीं बार भ्रूण जांच करते हुए पकड़ा था.
बता दें कि डॉ एवन कुमार आयुर्वेद चिकित्सक की डिग्री रखता है. शिकारगढ़ स्थित दिव्य अस्पताल में ओटी असिस्टेंट के रूप में काम करता है. उसकी पत्नी डॉ कुसुम प्रजापत के साथ गुढ़ा विश्नोइयां में अस्पताल चलाता था. 2017 में पत्नी की मृत्यु के बाद उसने असपताल बंद कर दिया. निजी अस्पताल में काम करने लगा. उसने अपने पास मौजूद पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन से दस से बारह जांच करने की बात कही है. लेकिन टीम को लगता है कि वह झूठ बोल रहा है. प्रारंभिक पूछताछ उससे कुड़ी भगतासनी थाने में की गई. शांति नर्सिंग की जीएनएम डिग्री रखती है. वह होम नर्सेज सर्विस करती है. डॉ एवन कुमार ने शांति से दो से तीन साल की अपनी जान पहचान होने की बात कबूली है.