जोधपुर. सेंट्रल जेल जोधपुर को देश की दूसरी सबसे सुरक्षित जेलों में माना जाता है. जोधपुर सेंट्रल जेल में वर्तमान समय में लगभग 1400 से अधिक कैदी बंद है. जेल प्रशासन द्वारा जेल की सुरक्षा के चलते जोधपुर सेंट्रल जेल में लगभग 130 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. उसके बावजूद भी जोधपुर सेंट्रल जेल से निरंतर मोबाइल मिलने सहित अवैध मादक पदार्थों के मिलने की मामले सामने आते हैं.
जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद अपराधियों और जेल कार्मिकों की मिलीभगत को लेकर कई बार सवाल उठे हैं और जेल में अवैध मादक पदार्थों की सप्लाई मोबाइल के इस्तेमाल के साथ ही जेल में बैठे अपराधियों के आपराधिक वारदातों में शामिल होने के भी कई मामले सामने आए हैं.
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इन मामलों पर अंकुश लगाने के लिए जोधपुर पुलिस कमिश्नर जोस मोहम द्वारा एक नवाचार करते हुए जोधपुर सेंट्रल जेल में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे को पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ दिए गए हैं. अब जोधपुर का अभय कमांड कंट्रोल जोधपुर सेंट्रल जेल पर भी अपनी नजर बनाए रखेगा. इसके साथ ही सेंट्रल जेल में होने वाली हर गतिविधि की रिपोर्ट भी पुलिस के पास रहेगी.
पुलिस कमिश्नर जोस मोहन ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में अवैध हथियारों सहित अन्य अपराधों के मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदियों की भूमिका सामने आई है. जिसके पश्चात पुलिस कमिश्नर द्वारा इस संबंध में जेल डीजी से बातचीत की गई और उसके पश्चात यह निर्णय लिया गया है. जोधपुर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जोधपुर सेंट्रल जेल में मोबाइल मिलने, जेल से धमकियां देने सहित जेल में गैंगवार होने की भी सूचना कई बार सामने आई है. लेकिन अब सेंट्रल जेल के हर एक बैरक के बाहर सहित जेल के अलग-अलग हिस्सों में लगे सभी कैमरों की मदद से पुलिस कंट्रोल रूम में से ही जेल पर अपनी नजर बनाए रखेगी.
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वहीं दूसरी तरफ जेल अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि जेल के सभी चैनलों को पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया गया है. अब जेल पर दोहरे पुलिसकर्मियों द्वारा नजर रखी जाएगी. साथ ही जेल अधीक्षक ने बताया कि अगर जेल में किसी प्रकार की कोई सूचना मिले या फिर जेल प्रशासन द्वारा कोई चूक होती है. तो भी पुलिस द्वारा इस संबंध में जेल प्रशासन को सूचना दी जाएगी.
साथ ही पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन दोनों एक साथ मिलकर अब जेल से चलने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने का प्रयास करेंगे. देखा जाए तो जोधपुर सेंट्रल जेल में होने वाली अपराधिक सहित अन्य गतिविधियों में कहीं ना कहीं जेल प्रशासन की मिलीभगत होने की बात सामने आती रही है. लेकिन अब सभी गतिविधियों पर पुलिस द्वारा भी नजर रखने से कहीं न कहीं इन अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगेगा.