जोधपुर. कोरोना के चलते करीब 6 माह से बंद जोधपुर का विश्व प्रसिद्ध मेहरानगढ़ दुर्ग पर्यटकों के लिए गुरुवार से वापस खुलने जा रहा है. इस दौरान राज्य सरकार की कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन की पूरी पालना की जाएगी. खासतौर से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना को ध्यान में रखते हुए मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट ने यहां काउंटर पर एक घंटे में सिर्फ 75 लोगों को ही टिकट देने का निर्णय लिया है, जिससे एक साथ भीड़ नहीं हो.
ट्रस्ट के निदेशक करणी सिंह जसोल ने बताया कि विजिटर्स मेहरानगढ़ में आने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग करवा सकेंगे. परिसर में संपर्क रहित व्यवस्था लागू की जाएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते जो भी गाइडलाइन जारी की गई है, उसकी पालना के लिए व्यवस्था कर दी गई है. मेहरानगढ़ के सभी कर्मचारियों को इसके लिए प्रशिक्षित किया गया है. खासतौर से सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन पर ध्यान दिया जाएगा. बिना मास किसी भी पर्यटक की एंट्री नहीं होगी. जसोल ने बताया कि दुर्ग के खुलने से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को राहत मिलेगी.
उन्होंने बताया कि फिलहाल अंतरराष्ट्रीय पर्यटक अभी नही आ सकेंगे, लेकिन भारतीय पर्यटकों के लिए मेहरानगढ़ पूरी तैयार है. उन्होंने बताया कि हम आशा करते हैं कि जोधपुर शहर के स्थानीय लोग पिछले लंबे समय से किसी पर्यटन स्थल पर नहीं गए हैं, उनके लिए वोट खुलने के बाद एक जगह होगी. जहां वे आराम से आ जा सकेंगे. गौरतलब है कि जोधपुर का ऐतिहासिक मेहरानगढ़ दुर्ग करीब 46 साल बाद 18 मार्च को कोरोना के चलते बंद हुआ था.
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अब 6 माह बाद 1 अक्टूबर को इसे फिर से खोला जा रहा है. पूरे मारवाड़ में जोधपुर का मेहरानगढ़ एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है, जहां देशी-विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं. इससे जोधपुर शहर के बड़े व्यवसाय भी जुड़े हैं. खासतौर से भीतरी शहर के गेस्ट हाउस जो पूरी तरह से पर्यटन परी आधारित हैं. उनके लिए बीते 6 माह बहुत मुश्किल से निकले हैं. अब मेहरानगढ़ के खुलने से स्थानीय और देशी पर्यटकों के आने से यह व्यवसाय भी फिर से चल पड़ेंगे.