जोधपुर. एमडीएम अस्पताल (MDM hospital Jodhpur) के न्यूरो सर्जरी विभाग में एक युवक के दिमाग में घुसी 8 कीलें ऑपरेशन कर सफलतापूर्वक बाहर निकाली गई. सिर के बेहद नाजुक हिस्से दिमाग के इस ऑपरेशन में चिकित्सकों की पारंगता से मरीज की जान बच गई. मरीज को पूरी तरह ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई है. वह सामान्य व्यक्ति की तरह चल फिर रहा है.
न्यूरो सर्जरी विभाग के यूनिट बी प्रभारी व आचार्य डॉ. शरद थानवी ने बताया कि गत 18 दिसंबर को 26 साल के मरीज को अस्पताल लाया गया था. मरीज हैंडीक्राफ्ट का काम करता है. ड्रील मशीन से सिर में कीलें घुस गई. एक्सरे और सीटी स्कैन में पता चला कि कीले दिमाग में बेहद गहराई तक प्रवेश कर गई. एक कील तो दिमाग की दीवार तक जा पहुंची (nails entered Jodhpur youth mind). डॉ. थानवी के अनुसार इस प्रकार के ऑपरेशन में मरीज की जान को खतरा रहता है, लकवा भी मार सकता है. संपूर्ण खतरे के मद्देनजर मरीज का ऑपरेशन दो चरणों में प्लान किया गया. यूनिट बी के सहआचार्य डॉ. शैलेष थानवी, सहायक आचार्य डॉ. हेमंत बेनीवाल, सीनियर रेजिडेंट डॉ. विजयवीरसिंह व डॉ. संदीप की टीम ने प्रथम चरण के तहत ऑपरेशन कर बायीं ओर से 7 कीले बाहर निकाल डाली. दूसरे दिन दायीं तरफ का ऑपरेशन कर 8वीं कील को बाहर सफलतापूर्वक निकाला गया.
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सेप्टिसीमिया के खतरे से बचाया
डॉ. थानवी के अनुसार ऐसे ऑपरेशन में फॉरेन बॉडी पार्टिकल या डस्ट आदि दिमाग में छूट जाने का खतरा रहता है. इससे सेप्टिसीमिया यानी संक्रमण की प्रबल संभावनाएं बढ़ जाती है. इस ऑपरेशन को कुशलतापूर्वक चिकित्सकों ने करने के साथ टांके आदि भी खोले और 10 दिन बाद मरीज डिस्चार्ज कर दिया.