जोधपुर. बढ़ते कोरोना रोगियों की संख्या के साथ ही जोधपुर में कोरोना की जांच में भी गति देखी जा रही है. जिला प्रशासन का दावा है कि जोधपुर में प्रतिदिन 3000 नमूनों की जांच शुरू हो गई है. इसके चलते जांच केंद्रों पर लोगों की भीड़ भी देखी जा रही है. लेकिन, इसके साथ ही बदइंतजामी भी नजर आने लगी है.
मंगलवार को रेजिडेंसी रोड अस्पताल में कोरोना की जांच करवाने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. लेकिन, वहां पर नमूने लेने का काम शुरू नहीं हुआ. जांच करवाने वालों में कई सरकारी कर्मचारी भी थे, जो सुबह 8 बजे ही अस्पताल पहुंच गए लेकिन दोपहर तक जांच ही शुरू नहीं हुई. करीब 5 घंटे के इंतजार के बाद नमूने लेने के लिए लेब टेक्नीशियन पहुंचा. इस दौरान रेजिडेंसी अस्पताल के डॉक्टरों ने व्यवस्था को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए.
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उनका कहना था कि यह काम सीएमएचओ कार्यालय के अधीन है. इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है. जांच करवाने आए बैंक ऑफ बड़ौदा के कर्मचारी का कहना था कि सरकारी व निजी जांच केंद्र में यही फर्क है. यहां बिना कारण घंटों इंतजार करना पड़ता, जिसके लिए कोई जिम्मेदार भी नहीं होता है. उल्लेखनीय है कि सोमवार रात को ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर जिला प्रशासन को कोरोना जांच व उपचार व्यवस्था माकूल करने के निर्देश दिए थे.