जोधपुर. राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार के कार्यकाल के 3 साल पूरे हो गए हैं. सरकार इसे लेकर जश्न मना रही है और कार्यकाल को सफल करार दे रही है. वहीं भाजपा की ओर से सरकार पर तीखे हमले किये जा रहे हैं और कार्यकाल को विफल बताया गया है. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर के लोग इन तीन साल को किस तरह देखते हैं, इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आमजन से बात की.
जोधपुर में निचले तबके के लोगों को सरकार के 3 साल का कार्यकाल कुछ रास नहीं आया. मध्यमवर्ग भी महंगाई से परेशान नजर आया. बेरोजगार लंबी होती भर्ती प्रकिया से परेशान दिखे. जोधपुर शहर को लेकर लोगों की प्रक्रिया सकारात्मक रही. छात्राओं का कहना है कि जोधपुर में शिक्षा को लेकर बहुत कुछ हुआ है. अब सिर्फ सरकार सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत कर दे तो ज्यादा अच्छा रहेगा.
व्यापारी वर्ग अभी कोरोना की मार से नहीं उठ पाया है. जोधपुर के भीतरी शहर जहां देवस्थान विभाग की सम्पति के दुकानदार इनका किराया 300 फीसदी बढ़ाने से खासे नाराज दिखे. वहीं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सलीम खान ने सरकार के 3 साल के कार्यकाल को स्वर्णिम कार्यकाल बताते हुए कहा कि गरीबों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए चिरंजीवी योजना शुरू की गई, जो प्रदेश के सभी लोगों के लिए एक वरदान बन चुकी है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के चहुंमुखी विकास को लेकर काम किया है. वहीं भारत जनता पार्टी जोधपुर के जिला अध्यक्ष देवेंद्र जोशी ने कांग्रेस के इस कार्यकाल को असफल बताते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने किसानों की कर्ज़ माफी नहीं की, बेरोजगार ठगे गए हैं. कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है, नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में प्रदेश के हालात उजागर की है.