जोधपुर. शहर में कोरोना के गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी दी जा रही है. प्लाज्मा थेरेपी के लिए कई प्लाज्मा डोनर आगे आए हैं, तो वहीं जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने भी प्लाज्मा डोनेट कर मिसाल पेश की है.
इंद्रजीत सिंह ने बताया कि शहर में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को नि:शुल्क ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराने, महंगी से महंगी दवाई, इंजेक्शन निशुल्क उपलब्ध कराने और कोरोना जांच के मामलों में जोधपुर लगातार अग्रणी रहा है.
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उन्होंने कहा कि शहर में 5 हजार से अधिक लोगों ने कोरोना को मात दी है, लेकिन अभी भी कई गंभीर मरीज हैं जिनका उपचार चल रहा है. ऐसे गंभीर मरीजों के लिए प्लाज्मा थेरेपी अमृत साबित हो रही है. प्लाजमा थेरेपी के लिए कोरोना से रिकवर हो चुके मरीज प्लाजमा डोनेट करने के लिए आगे आ रहे हैं. उन्हीं से प्रेरित होकर मैंने भी प्लाज्मा डोनेट किया है.
सिंह ने बताया कि कोरोना से रिकवर होने वाले शहरवासियों ने ना केवल अपना जीवन बचाया है बल्कि अब उनके सामने दूसरों के जीवन बचाने का अवसर है और उन्हें इस अवसर का लाभ उठाते हुए आगे आकर प्लाज्मा डोनेट करनी चाहिए. कलेक्टर ने कहा कि प्लाज्मा डोनेट करना ब्लड डोनेट करने से भी आसान है. इस पर सिर्फ प्लाज्मा ही निकाला जाता है.
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गौरतलब है कि जोधपुर कलेक्टर ने मिशन जीवन रक्षा के तहत प्लाज्मा डोनेशन को गति देने के लिए गुरुवार को ही प्लाज्मा दाताओं का सम्मान किया था. तब उन्होंने कहा था कि वे खुद भी जल्द प्लाज्मा देंगे. जिसके बाद वो एमडीएम में प्लाज्मा देने पहुंचे. ज्ञात रहे जोधपुर कलेक्टर इंद्रजीत सिंह गत दिनों परिवार सहित कोरोना की चपेट में आ गए थे रिकवर होने के बाद उन्होंने प्लाजमा डोनेशन को बढ़ावा देने की पहल शुरू की है.