जोधपुर. शीतला अष्टमी के दौरान लगने वाले शीतला माता मेले में गुजरात से झूले लगाने, गुब्बारे बेचने आए मजदूर लॉकडाउन के कारण डेढ़ महीने से जोधपुर में फंसे हुए थे. उनके खाने-पीने की व्यवस्था नागौरी गेट पुलिस थाने की ओर से की जा रही थी. सभी मजदूरों ने जिला प्रशासन से अपने घरों पर जाने की गुहार लगाई थी. जिसके बाद मंगलवार को जिला प्रशासन ने सभी मजदूरों को रोडवेज बस से उनके घरों के लिए रवाना किया.
नागौरी गेट थानाधिकारी ने बताया कि पिछले डेढ़ महीने से ये 50 मजदूर, जिनमें महिला-बच्चे बुजुर्ग इत्यादि नागौरी गेट इलाके में ही रह रहे थे. इन्होंने जिला प्रशासन से घर भेजने की गुहार लगाई. जिसके बाद सोमवार को शाम को जिला प्रशासन की ओर से सभी मजदूरों का मेडिकल टेस्ट करवाया गया. इसके बाद मंगलवार सुबह सभी को रोडवेज बस में बैठाकर जोधपुर से पाली के लिए रवाना किया गया.
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पुलिस की ओर से सभी मजदूरों के लिए यात्रा के दौरान खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई. थानाधिकारी ने बताया कि सभी 50 मजदूरों को जोधपुर से पाली भेजा गया है. पाली से इन सभी मजदूरों को अपने-अपने घर पर गुजरात भेजा जाएगा. लगभग डेढ़ महीने से फंसे मजदूरों को जब अपने घरों के लिए रवाना किया गया तो उन सभी के चेहरों पर काफी खुशी दिखाई दी. सभी मजदूरों ने जोधपुर पुलिस और जिला प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया.