जोधपुर. प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते जोधपुर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. कोरोना गाइडलाइन की पालना सख्ती से करवाई जा रही है. शनिवार को जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह खुद फील्ड में उतरे और प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों व कोविड सेंटर्स का जायजा लिया. कलेक्टर ने होम क्वॉरेंटाइन के उल्लंघन की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए एक दर्जन से ज्यादा घरों में क्वॉरेंटाइन में रह रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के घरों का जायजा लिया और उनका हाल चाल पूछा.
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कलेक्टर ने बाकायदा मरीज के घर पहुंच कर मरीज को बाहर बुलाकर मौजूदगी देखी. उसके स्वास्थ्य की जानकारी भी प्राप्त की. इसके अलावा अपने दौरे के दौरान क्षेत्रवासियों से भी चर्चा कीय उन्होंने पुलिस को भी निर्देश दिए कि जो पॉजिटिव मरीज घर पर नहीं हैं, होम क्वारेंटीन की पालना नहीं कर रहे हैं. उन्हें बोरोनाडा व अन्य संस्थानिक कोविड सेंटर शिफ्ट किया जाये. इसकी पालना भी शुरू हो गई. पुलिस ने ऐसे कई लोगों को घरों से सेंटर में शिफ्ट किया है साथ उनके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई भी की.
जिला कलेक्टर ने बताया कि स्थितियां और गंभीर हो रही हैं. अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में लोगों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. कलेक्टर ने बताया कि चार से पांच केस वाले इलाकों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन में परिवर्तित किया जा रहा है. करीब 50 जोन बना दिया गए हैं. यह संख्या और बढ़ेगी. इसके अलावा जिन घरों व क्षेत्रों में ज्यादा मृत्यु हो रही है उन पर भी मॉनिटरिंग की जा रही है.
उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश पर कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए हर तरह की सख्ती की जाएगी. शहर के डिस्पेंसरी, पीएचसी मेडिकल कॉलेज के अस्पताल व कोविड सेंटर्स का सघन दौरा किया. बाद में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा भी की.
माइक्रो कंटेनमेंट जोन में जीरो मोबेलिटी, नाइट कर्फ्यू 30 अप्रैल तक
इधर जोधपुर पुलिस कमिश्नर जोस मोहन के निर्देश पर माइक्रो कंटनेमेंट जोन में जीरो मोबेलिटी यानी की किसी भी तरह की आवाजाही पर रोक के आदेश जारी किए हैं. यहां धारा 144 भी लागू रहेगी. साथ ही शहर में नाइट कर्फ्यू की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ाने के भी आदेश जारी किये गये हैं.