जोधपुर. जोधपुर एम्स के नर्सिंग कर्मी की पत्नी को इमरजेंसी में उपचार नहीं मिलने और इसके चलते गर्भपात करवाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. एम्स के नर्सिंग कर्मी लगातार विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं. नर्सेज की मांग है कि इस मामले में दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
वहीं एम्स प्रबंधन अभी इस मामले पर खुलकर सामने नहीं आया है. लेकिन बताया जा रहा है कि प्रबंधन जल्द ही इस मामले को लेकर कोई निर्णय ले सकता है. लगातार दूसरे दिन भी नर्सिंग अधिकारियों का विरोध जारी रहा. वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी विजय जीनगर के नेतृत्व में इमरजेंसी में काली पट्टी बांध कर विरोध जताया.
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गौरतलब है एम्स में सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्य नरेश स्वामी की पत्नी 3 माह के गर्भ से थी. 17 मई को पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर नरेश पत्नी को लेकर एम्स पहुंचा. लेकिन यहां गायनी विभाग की डॉक्टर ने कहा कि, आप हॉटस्पॉट क्षेत्र में रहते हैं ऐसे में मैं आप का उपचार नहीं कर सकती. बाहर जाकर सोनोग्राफी करवाओ और फोन पर डिस्कशन कर लेना.
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नरेश ने डॉक्टर से खूब मिन्नत की कि वह यही का कर्मचारी है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई. एम्स के बाहर भी उसे उपचार प्राप्त करने में समय लग गया. नतीजतन आखिरकार उसकी पत्नी का निजी अस्पताल में गर्भपात करवाना पड़ा. इसको लेकर एम्स नर्सेज यूनियन ने भी निदेशक को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है. इधर इस मामले में नर्सेज यूनियन नोवा के तत्वावधान में नर्सेज लामबंद होने लगे हैं.