जोधपुर. लूणी थाना क्षेत्र में सड़क दुर्घटना के मामले को लेकर मथुरादास माथुर अस्पताल में चल रहा धरना मंगलवार रात समाप्त हो गया है. जिला प्रशासन पुलिस और संघर्ष समिति की संयुक्त वार्ता के बाद यह निर्णय लिया गया है. एडीएम राजेंद्र डांगा ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम को लेकर भी सहमति दे दी है. बुधवार सुबह पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा.
सांसद देवजी पटेल के साथ हुई वार्ता में मृतक परिवार को जिला प्रशासन की ओर से नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा. साथ ही अतरिक्त मुआवजे और नियुक्ति को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है. हालांकि वार्ता में स्थानीय स्तर पर संविदा पर नियुक्ति पर सहमति हुई है. इसके साथ ही मामले की जांच स्पेशल केस ऑफिसर करेंगे. इसके लिए पुलिस कमिश्नर ने आदेश जारी कर दिया है.
पुलिस ने किया खुलासा: लूणी थाना क्षेत्र में सोमवार को हुई सड़क दुर्घटना के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है (Jodhpur accident case exposed). पुलिस ने कहा है कि वह सड़क हादसा नहीं बल्कि षड्यंत्र पूर्वक की गई हत्या है. इस मामले में लूणी थाना पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी शंकर अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने बताया कि शंकर पटेल, राकेश सुधार, रमेश माली और सोहन पटेल चारों दोस्तों ने मिलकर इस हत्या की साजिश रची थी (Brother sister brutally murdered in Jodhpur). रमेश माली ने सोमवार को बाइक पर जा रहे रमेश और कविता को जानबूझकर टक्कर मारी, जिसमें दोनों की मौत हो गई. घटना का कारण अनैतिक संबंध बताया गया है. मामले में मुख्य आरोपी शंकर पटेल की गिरफ्तारी के बाद पूरा खुलासा होगा.
डीसीपी गौरव यादव का कहना है कि शंकर ने घटना के बाद अपना मोबाइल बंद कर लिया था. उसकी तलाश के लिए टीमें बनाई गई है. अन्य तीन आरोपी जिसमें एसयूवी चालक रमेश माली को सबसे पहले पकड़ा था, उससे पूछताछ के बाद राकेश सुथार और सोहन पटेल को पकड़ा गया (Brother sister murdered in Jodhpur). तीनों से हुई पूछताछ में सामने आया कि शंकर पटेल की रमेश के साथ आपसी किसी तरह की रंजिश है, जिसके चलते पिछले 1 महीने से क्षेत्र में वह इस बात का प्रयास कर रहे थे कि उसे नुकसान पहुंचाया जाए.
साजिश के तहत हुई थी हत्या: गौरव यादव ने कहा कि सोमवार सुबह रमेश जब कविता को लेकर घर से निकला उस दौरान भी एसयूवी चालक रमेश माली इलाके में तैयार था और राकेश सुधार ने रेकी की थी. जिसके बाद रमेश माली ने कविता और रमेश को बाइक पर जाते हुए जोरदार टक्कर मारी थी, जिसने दोनों की मौत हो गई. इस घटना को लेकर पटेल समाज के लोग सोमवार से ही मथुरा दास माथुर अस्पताल की मोर्चरी पर धरना लगाकर बैठे थे. आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ परिवार को 50-50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और नौकरी दी जाने की मांग की गई थी. जिसपर अब सहमति बन चुकी है.
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इसी काम के लिए खरीदी कार- पुलिस ने बताया कि करीब 1 महीने पहले शंकर के सहयोग से यह कार खरीदी गई थी. चारों शख्स एक गैंग बनाकर रहते हैं और इनका आपराधिक रिकॉर्ड भी है, जिसकी पड़ताल की जा रही है. 1 महीने से लगातार रमेश माली कार लेकर रेकी कर रहा था, लेकिन उनको मौका हाथ नहीं लगा था. सोमवार सुबह जब रमेश पटेल अपनी बहन कविता को लेकर निकला तो सभी ने रमेश माली को कहा कि तैयार रहना. इसके बाद रमेश ने लूणी और सर गांव के बीच बाइक को एसयूवी से उड़ा दिया.
केंद्रीय मंत्री और जालोर सिरोही सांसद ने की वार्ता: लूणी में हुई सड़क दुर्घटना के मामले में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और जालौर-सिरोही के सांसद देवजी पटेल मंगलवार को धरना स्थल पर पहुंचकर समाज की मांगों का समर्थन किया था. इसके साथ ही उन्होंने मांगों को लकर पुलिस प्रशासन के साथ वार्ता भी की. जिसके बाद देर रात को सहमति बन गई और धरना समाप्त हो गया.