जोधपुर. बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते जोधपुर सहित प्रदेश में सभी जगह पर आयोजनों पर रोक लगी हुई है. साथ ही जोधपुर जिला प्रशासन ने धारा 144 लगाकर शहर में सभी प्रकार के आयोजनों पर पूर्णतया पाबंदी लगाई है. हर वर्ष चैत्र शुक्ल नवरात्रि के मौके पर जोधपुर में विभिन्न तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था.
इस वर्ष वैश्विक महामारी के चलते साधारण रूप से हिंदू नव वर्ष मनाया गया. जोधपुर में भारतीय नववर्ष का स्वागत आम लोगों ने एक दूसरे को तिलक लगाकर और मुंह मीठा करवाकर मनाया. शहर के अलग-अलग चौराहे पर विश्व हिंदू परिषद सहित अलग-अलग संगठनों के लोगों ने आने जाने वाले लोगों के माथे पर तिलक कर उन्हें मुंह मीठा करवाकर भारतीय नववर्ष की बधाई दी.
पढ़ें: संस्कृत शिक्षकों के रिक्त पदों को लेकर सुनवाई, निदेशक संस्कृत शिक्षा विभाग रहे मौजूद
भारतीय नववर्ष के साथ ही नवरात्रि भी शुरू हो गई है. ऐसे में मंदिरों में भी श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखने को मिला. हालांकि कोरोना के चलते जोधपुर के विश्व प्रसिद्ध चामुंडा माता मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक लगाई गई है. जिसके चलते जोधपुर शहर के लोगों ने अपने-अपने घरों में ही घटस्थापना कर मां दुर्गा की पूजा अर्चना की.
जोधपुर: कोविड गाइडलाइन के बीच मनाया गया चेटीचंड का पर्व, मंदिरों में दिखी सोशल डिस्टेंसिंग..
जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में बढ़ते कोरोना को देखते हुए सभी आयोजनों पर रोक लगी हुई है. इसी कड़ी में मंगलवार को चेटीचंड का त्यौहार सिंधी समाज के लोगों की ओर से जोधपुर में बड़ी सादगी और साधारण तरीके से मनाया गया. जहां कोविड गाइडलाइन के नियमों की पालना करते हुए सिंधी समाज के लोग मंदिर पहुंचे और दर्शन किए. इसके साथ ही कोरोना को देखते हुए मंदिर में विशेष प्रबंध किए गए हैं.