जोधपुर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने लवली कंडारा एनकाउंटर मामले में पुलिस प्रशासन के साथ राजस्थान सरकार पर भी निशाना साधा है. शनिवार को जोधपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरीके से प्रदेश के मंत्री के इशारे पर बाड़मेर में कमलेश प्रजापति का एनकाउंटर किया गया उसी तरह से कहीं न कहीं राजनेताओं के इशारे पर लवली कंडारा का भी एनकाउंटर कर हत्या की गई है. किसी न किसी को उसका सपोर्ट रहा होगा. उससे कहा गया होगी कि तुम यह काम कर देना, हम संभाल लेंगे.
शनिवार को बेनीवाल ने मथुरा दास माथुर अस्पताल में वाल्मीकि समाज के धरने में शामिल हुए और कहा कि कहा कि राजस्थान की पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर अपने नंबर बढ़ा रही है. सरकार को बताना होगा एनकाउंटर की क्या वजह थी और क्यों किया.
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बेनीवाल ने कहा कि लवली के बड़े भाई मोंटू कंडारा का भी सरकार एनकाउंटर कराना चाहती है. इसके चलते इस घटना के तुरंत बाद उस पर ₹5000 का इनाम घोषित कर दिया है. मथुरादास माथुर अस्पताल में लगातार 4 दिन से धरने पर बैठे वाल्मीकि समाज के लोगों के समर्थन में बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में कानून का नहीं जंगल राज हो गया है. जहां इस तरीके से फर्जी एनकाउंटर किए जा रहे हैं लेकिन भीलवाड़ा में पुलिस कर्मियों को मारने वाले अपराधियों की तरफ पुलिस की गोली नहीं चल रही है.
इस मामले के सीबीआई में जाने से ही स्थिति साफ होगी क्योंकि यहां की पुलिस धारा 302 में अपने अधिकारी को गिरफ्तार नहीं करेगी. जो पुलिस अपने अधिकारी को सस्पेंड भी नहीं कर पाई है, उससे न्याय की उम्मीद करना बेकार है. बेनीवाल ने वाल्मीकि समाज को भरोसा दिलाया कि मेरे साथ और मेरे भरोसे पर आप डटे रहें, न्याय मिलेगा. बेनीवाल ने धरना स्थल से ही पुलिस प्रशासन से कहा कि हम वार्ता के लिए तैयार हैं आ जाओ. बेनीवाल के नेतृत्व में नया मांग पत्र भी तैयार किया गया है.
गौरतलब है कि बुधवार शाम को रातानाडा थाना अधिकारी लीलाराम और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें लवली कंडारा को गोली लगने से उसकी मौत हो गई. अब सामने आया है कि लवली को तीन से चार गोलियां मारी गईं थीं. घटना के जो सीसीटीवी फुटेज सामने आ रहे हैं उससे एनकाउंटर पर भी सवाल उठ रहे हैं जिससे वाल्मीकि समाज और परिजन न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं.